पूर्ण हुआ जन्मोत्सव, ब्रज में खेली गई होली

शिवपुरी। शहर के प्रख्यात श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर पर श्रीमद् भागवत कथा में प्रतिदिन भक्तों का जनसैलाब उमड़ रहा है जहां कथा का बड़े ही मार्मिक ढंग से विस्तृत वर्णन कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध आचार्य बाल व्यास पं.नीलेशकृष्ण शास्त्री ने जिस ओजस्वी वाणी में कथा का रसपान श्रोतागणों को करा रहे है।

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के बाद आज कथा स्थल पर बृज की होली खेली गई वहीं गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व बाल व्यास पं.नीलेश शास्त्री ने बताया। कथा में आज श्रीकृष्ण रूकमणी विवाह और तुलसी विवाह का वाचन किया जाएगा। शहर के सभी धर्मप्रेमी बन्धुओं से आग्रह किया गया है कि वह कथा स्थल पर आकर धर्म का ज्ञान अर्जित करें।

कथा के अगले चरण में बाल व्यास पं.नीलेश कृष्ण शास्त्री ने भगवान का बाल चरित्र का बखान किया वहीं गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व बताया और पूजन के अनुसार मिलने वाले फल के बारे में भी बताया साथ ही कंस वध एवं रूकमणि मंगल विवाह का वर्णन भी किया गया। बाल व्यास पं.नीलेश कृष्ण शास्त्री ने राजा शब्द की व्या या करते हुए बताया कि राजा दो प्रकार के होते है एक तो वह जो राजा प्रजा का शरीर एवं स्वात्वि के बारे में जानता है दूसरा राजा, राजा वह होता है जिसका संबंध आत्मा जीवात्मा से होता है जिसे परमात्मा कहते है जो सभी का याल रखते हुए उनके हर सुख दु:ख में शामिल होता है। 

यहां बाल व्यास ने प्रभु की व्या या करते हुए बताया कि भगवान तो हर जगह विद्यमान है बस केवल उसे शांत मन और निर्मल मन के साथ आभास किया जा सकता है वहीं आचार्य श्री सुन्दरता शब्द की व्या या करते हुए बताया कि सुन्दर वह नहीं जो बाहर से दिखता हो चेहरे से दिखता हो सुन्दर तो वह है जो अपने कर्मों से दूसरों को सुन्दर निर्मल बनाता हो इसलिए व्यक्ति के तन को नहीं मन से जानना चाहिए कि वह आपसे कैसा और क्या व्यवहार चाहता है आज के समय यह बहुत आवश्यक है साथ ही आज भगवान की पूजा करने वाले बहुत सौभाग्यशाली होते है जो भगवान का भजन कर अपने कष्टों से मुक्ति पाते है। 

कथा में प्रतिदन भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है श्री खेड़ापति ाक्त मण्डल ने समस्त धर्मप्रेमीजनों से इस भव्यधार्मिक आयोजन में सपरिवार भाग लेने का आग्रह किया। मंदिर के महंत लक्ष्मणदास जी महाराज ने बताया कि श्री खेड़ापति भक्त मण्डल के तत्वाधान में भव्य रूप से हनुमान जयंती मनाए जाने हेतु एक आवश्यक बैठक का आयोजन आज 13 अप्रैल को मंदिर परिस पर दोप.12 बजे रखी गई है जिसमें समस्त भक्तजनों से शामिल होने का आग्रह किया है।