शहर में ठेकों पर चलते मिले प्राईवेट स्कूल

शिवपुरी। शहर में ठेका, बिना परमिशन और नियम विरूद्व संचालित पाए गए 17 निजी स्कूलों के खिलाफ जांच रिपोर्ट तैयार हो गई है। सोमवार तक यह रिपोर्ट कलेक्टर के पास पहुंच सकती है। बताया जा रहा है कि कलेक्टर शिवपुरी एमपीबोर्ड मान्यता प्राप्त स्कूलो के खिलाफ एफआईआर और सीबीएसई स्कूलो की मान्यता समाप्त कराने के आदेश कर सकते है।    

शहर के 17 प्राइवेट स्कूलों में यह मिले थे यह हालात
सभी प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन शुल्क की एक मुश्त राशि 5 से 9 हजार रूपये तक वसूल किए जा रहे हैं। किसी भी प्राइवेट स्कूल में एनसीईआरटी की किताबें नहीं मिलीं। रंगढ़ रेनबो व गुरुनानक स्कूल में एमपी बोर्ड की मान्यता होने पर भी निजी प्रकाशकों की किताबें मिलीं। सभी प्राइवेट स्कूलों ने अधिकतम की सीमा पार कर 15 से 25 प्रतिशत तक फीस वृद्धि कर दी।

स्कूल संचालकों ने शासकीय प्रतिनिधि की अनुपस्थिति में मनमाने अंदाज में फीस बढ़ाई। अधिकांश स्कूलों में शिक्षा के अधिकार के कानून का पालन नही किया जा रहा है।  नि:शुल्क एडमीशन वाला एक भी बच्चा नहीं मिला और जहां मिले वहां सं या 25 प्रतिशत से कम मिली। कक्षा 1 व 2 के बच्चों के बस्तों का वजन 5 से 7 किलो मिला।

बिना मान्यता व ठेके पर मिले स्कूल
ईस्टर्न हाइट स्कूल के नाम पर ही दूसरा स्कूल बिना मान्यता के सिद्धेश्वर कॉलोनी में संचालित पाया गया। महल कॉलोनी में बिना मान्यता के जैक एंड जिल स्कूल भी संचालित मिला। गौतम विहार कॉलोनी में संचालित सेंट्रो कॉन्वेंट स्कूल के संचालक जिनेंद्र जैन ने तो पूरा स्कूल ही एग्रीमेंट के आधार पर 1 लाख रुपए डिपॉजिट व 30 हजार रुपए मासिक किराया तय कर ठेके पर दे दिया।

जांच अधिकारी का कहना है डीपीसी शिरोमणि दुबे का कहना है कि चुनाव एवं अवकाश होने की वजह से प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। सोमवार.मंगलवार तक हर हाल में जांच प्रतिवेदन कार्रवाई के लिए पहुंच जाएगा। प्रतिवेदन में सभी तथ्य मजबूत हैं और उसके आधार पर एफआईआर व मान्यता समाप्ति जैसी कार्रवाई हो सकती है। वहीं कलेक्टर को अभी जांच प्रतिवेदन का इंतजार है।