कांग्रेसियों का सीएम पर हमला: मेडीकल कॉलेज झूठा है तो एफआईआर करवा दो

शिवपुरी। कल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिवपुरी में मेडीकल कॉलेज की सिंधिया की घोषणा को सबसे बड़ा झूठ बताते हुए उन पर क्षेत्र की जनता से छल करने का आरोप लगाया था।

इस आरोप से व्यथित कांग्रेसी आज सिंधिया के बचाव में उतरे। कांग्रेस चुनाव कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता में कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री को जवाब देते हुए कहा है कि यदि मेडीकल कॉलेज की घोषणा झूठ है तो वह सिंधिया सहित हम पर धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कराएं अन्यथा झूठी बयानबाजी पर खेद व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री स्वयं इस्तीफा दें।

कांग्रेसियों ने भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव डॉ. विश्वास मेहता द्वारा प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव अजय तिर्की को लिखे उस पत्र को भी मीडिया को सौंपा। जिसमें  बताया गया था कि नए मेडीकल कॉलेज खोलने के लिए छिंदवाडा, रतलाम, शिवपुरी, शहडोल, विदिशा को चुना गया था और मेडीकल कॉलेज की अनुमानित लागत 189 करोड़ है। अखबारों में प्रकाशित स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का बयान भी जारी किया गया है। जिसमें डॉ. मिश्रा ने कहा था कि मप्र में 7 मेडीकल कॉलेज स्वीकृत हो चुके हैं।

पत्रकारवार्ता में पूर्व सांसद प्रताप भानु शर्मा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव, शहर कांग्रेस अध्यक्ष राकेश जैन आमोल, पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला, गणेश गौतम, पूर्व नपाध्यक्ष जगमोहन सेंगर, जिला कांग्रेस प्रवक्ता रामकुमार शर्मा, मीरा शर्मा, संजय सांखला, राजेन्द्र शर्मा, मुकेश जैन आदि ने सिंधिया का पक्ष रखते हुए कहा कि 7 फरवरी 2014 को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलामनवी आजाद ने माधव चौक पर आमसभा में मेडीकल कॉलेज शिवपुरी में खोले जाने की घोषणा की थी।

यहीं नहीं 19 फरवरी 2014 को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव डॉ. विश्वास मेहता ने मेडीकल कॉलेज की स्वीकृति का आदेश मप्र शासन के शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रमुख सचिव अजय तिर्की को भेज दिया था। स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी स्वीकार किया था कि एक वर्ष में प्रदेश में सात मेडीकल कॉलेज स्वीकृत हुए हैं। जिनमें शिवपुरी भी है। गजरा राजा मेडीकल कॉलेज के डीन डॉ. जीएस पटेल ने ग्वालियर के चर्म,कुष्ठ एवं गुप्तरोग विशेषज्ञ पीके सारस्वत को शिवपुरी मेडीकल कॉलेज का नोडल अधिकारी बनाया है। जिन्हें एक माह में कॉलेज की अधोसंरचना एवं आवश्यक स्टॉफ का प्रस्ताव बनाकर शासन को देना है।

प्रस्ताव जाने के बाद कॉलेज के लिए आवश्यक भवन निर्माण का कार्य प्रदेश रोड डब्लपमेंट को करना है। मेडीकल कॉलेज के लिए प्रथम चरण में 189 करोड रूपये की राशि खर्च होगी। जिसमें 75 प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार को एवं केवल 25 प्रतिशत राशि प्रदेश सरकार को देना है। इन तथ्यों से स्पष्ट है कि मेडीकल कॉलेज की घोषणा 100 प्रतिशत सत्य है, लेकिन मु यमंत्री के बयान से जाहिर हो रहा है कि वह शिवपुरी में सिंधिया द्वारा मेडीकल कॉलेज की घोषणा कराना पचा नहीं पा रहे हैं।

प्राकृतिक आपदा निदान के लिए सिंधिया ने प्रदेश को दिलाए 600 करोड़
कांग्रेस ने मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस आरोप का भी खण्डन किया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने केन्द्र सरकार से प्रदेश को ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को राहत पहुंचाने के लिए एक रूपया भी नहीं दिलवाया। पूर्व विधायक गणेश गौतम ने जवाब देते हुए कहा है कि श्री सिंधिया ने प्रदेश सरकार को केन्द्र सरकार से 600 करोड़ रूपये दिलवाए हैं और इस बात की पुष्टि की जा सकती है।