शिवपुरी में फर्जी बंदूक लाइसेंस कांड का खुलासा, दो अरेस्ट, सरगना लापता

शिवपुरी। यहां मध्यप्रदेश में चल रहे फर्जी बंदूक लाइसेंस कांड का खुलासा हुआ है। पुलिस ने ऐसे दो बंदूकधारियों को अरेस्ट किया है जिनके पास फर्जी बंदकू लाइसेंस थे। अब सवाल यह उठ रहा है कि पता नहीं ऐसे कितने लाइसेंस लोगों के हाथों में हैं।

मामले का खुलासा तब हुआ जब युवक अपनी बंदूकों के रिन्यूल के लिए एडीएम कार्यालय पहुंचे ओर यहां बाबू ने जब इन युवकों की बंदूक और उनके कागजातों को देखा तो वह समझ गए और तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल के दौरान दोनों युवकों को पकड़कर हवालात में बंद कर दिया है।

पकड़े गए युवकों में चंदन राम पुत्र आत्माराम वाल्मीकि निवासी खालपुर जलाल थाना शाहबाद जिला कुरूक्षेत्र एवं दिलबाग सिंह पुत्र हजारी वाल्मीकि, बागौदाकलां थाना बहादुरगढ़ रोहतक हरियाणा शामिल है। इन पर दो बंदूकों के लायसेंस पाए गए जो कि ये रिन्यूल कराने आए थे और जब उनके कागजातों को देखा तो वह पूर्ण रूप से फर्जी पाए गए जिस पर पुलिस ने इन दोंनों युवकों के विरूद्ध धारा 419,467,468,471 पर मामला दर्ज करते हुए इन्हें गिरफ्तार कर लिया और इनसे दो 12 बोर की बंदूकें भी जब्त की गई।

ये तो मात्र दो ग्राहक थे, जिन्होंने किसी बिचौलिए के जरिए लाइसेंस खरीदे होंगे। सवाल यह यह है कि शिवपुरी में चल रहे फर्जी बंदूक लाइसेंस कारोबार से कुल कौन कौन लोग जुड़े हुए हैं। कितना बड़ा और कहां कहां फैला है यह गिरोह और सबसे बड़ा सवाल यह कि इस गिरोह का सरगना कौन है।

इस मामले में सूक्ष्म और वरिष्ठ स्तर पर जांच की जरूरत है ताकि यह गंभीरतम घोटाले का खुलासा हो सके जो सीधे सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। आखिर कौन है वो जो चोरी की बंदूकें और फर्जी लाइसेंस बेच रहा है।