बारात दरवाजे पर पहुंची ही थी कि मातम छा गया

शिवपुरी। मंगलवार की रात बैराड़ कस्बे में रहने वाले रामदयाल राठौर की बेटी की बारात जब दरवाजे पर पहुंची, तभी दूल्हे के भाई की मौत की खबर आने के शादी के खुशनुमा माहौल में मातम छा गया।

शिवपुरी शहर में एमएम हॉस्पिटल के पास हाथीखाना क्षेत्र में रहने वाले सरवन (38) पुत्र बाबूलाल राठौर के चाचा के लड़के सौरभ की बारात मंगलवार की शाम 4 बजे बैराड़ रवाना हुई। इस बारात में सरवन नहीं गया, जबकि इस बात को लेकर उसकी पत्नी व परिजन से उसका झगड़ा भी हो गया। बाद में उसे घर पर अकेला छोड़कर परिवार के लोग बारात में चले गए। रात में बारात रवाना होने से पहले सरवन की पत्नी व रिश्तेदारों ने कुछ मित्रों को यह कहकर घर भेजा कि उसे मनाकर ले आओ। रात लगभग 9 बजे जब उसके मित्र घर पर पहुंचे तो घर के एक कमरे में फांसी के फंदे पर सरवन की लाश लटकी मिली।

जब इस घटना की खबर सरवन के मित्रो ने परिजनो को दी तो शादी का माहौल गमगीन हो गया। बारात के स्वागत की जगह सादगी से तिलक कर शादी की रस्में निभाई गईं। सुबह शादी कर सौरभ वापस आया और इधर उसके चचेरे भाई की शवयात्रा में रिश्तेदार व परिवार के लोग मुक्तिधाम गए।

 मृतक सरवन टेलरिंग का काम करके अपने परिवार की गुजर-बसर कर रहा था। उसके तीन छोटे बच्चे हैं। शादी में न जाते हुए घर पर अकेले रहकर फांसी जैसा कदम सरवन ने क्यों उठाया, इस संबंध में अभी परिवार वाले कुछ नहीं बता पा रहे। पुलिस ने भी मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी।