शहादत पर निकले ताजिये हुयेे करवला मे विसर्जित

करैरा। हजरत इमाम हुसेन की शहादत पर करैरा नगर मे ताजिये मातमी धुनो के वीच निकाले गये जिन्हे अलसुवह आज करवला मे विसर्जित किया गया। इसके पहले गत रात्री शव ऐ शहादत की रात मे ताजियो ने नगर मे गस्त किया नगर के मुख्य मार्गो पर निकले ताजियो के जुलूश ने मुस्लिम धर्मावलंवी महिलाये व पुरूष व बच्चे भरी संख्या मे सामिल थे ।

मोहर्रम के महिने का इस्लाम धर्म मे ऐतिहासिक विषेश महत्व है आज से करीव 1400 वर्ष पहले अरव के मक्का शहर मे हजरत इमाम हुसेन और उनके परिवार के सीाी सदस्यो को करवला मे बहा के शासक यजीद द्वारा शहीद कर दिया था उस समय इमाम हुसेन ने यजीद की बात न मानकर इस्लाम के लिये अपने सब कुछ लुटा दिया था इसी शहादत की याद मे मुस्लिम लोग मोहर्रम के ताजिये वनाकर निकालते है मुस्लिम बंधुओ द्वारा लगभग दो दर्जन ताजिये नगर मे विभिन्न स्थानो पर वनाये थे साथ ही अनेक स्थानो पर मीठे चावल व नमकीन चावल शरवत आदि वितरित किये। मुर्होरम पर्व पर करैरा थाना प्रभारी पी एस तौमर द्वारा पुलिस व्यवस्था चाक चोवंद रही।