शिवपुरी। जिले के पिछोर थाना क्षेत्र में कल ससुरालीजनों से प्रताडि़त एक महिला दहेज प्रताडऩा की शिकायत करने थाने पहुंची तो वहां उसका पति भी पहुंच गया और अपने और परिवार के ऊपर दहेज एक्ट की कायमी होने के बाद वह सदमे में आ गया और मिर्गी का दौरा पडऩे के बाद उसे शिवपुरी अस्पताल रैफर कर दिया गया।
जहां उसने पुलिस पर अमानवीय प्रताडऩा व जबरन जहर पिलाने के आरोप मढ़ दिए। जिससे पुलिस की परेशानियां बढ़ गईं, लेकिन पिछोर टीआई ने इन सभी आरोपों को सिरे से नकार रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने आरोपी युवक सहित उसके दो भाई और मां के खिलाफ धारा 498, 34 आईपीसी के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
पिछोर टीआई सुनील श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि फरियादी महिला रीना केवट उम्र 22 वर्ष का विवाह चार माह पहले सम्मेलन स सुरेश केवट के साथ हुआ था। विवाह से पहले पीडि़ता के पिता का देहांत हो चुका था और उसके परिवार की आर्थिक स्थिति भी खराब थी। जिस कारण रीना का विवाह उसकी मां ने सम्मेलन से कराया।
विवाह के बाद से ही पति सुरेश, जेठ, देवर गोरेलाल और सास उसे मोटरसाइकिल लाने के लिए दबाव बनाने लगे। इसी बात को लेकर सुरेश और रीना के बीच खटपट होने लगी। सुरेश उसे आए दिन मोटरसाइकिल लाने के लिए प्रताडि़त करता और कहता कि मुझे बगैर मोटरसाइकिल के आने-जाने में परेशानी होती है। इसलिए तुम अपनी मां के पास जाओ और मोटरसाइकिल ले आओ। लेकिन रीना ने उसकी इस बात को तबज्जो नहीं दी और तर्क दिया कि जब तुम्हें दहेज ही चाहिए था तो मुझसे सम्मेलन में शादी क्यों की? मेरी मां ने अपनी हैसियत के अनुसार जो भी उचित समझा वह तुम्हें दे दिया।
अगर दहेज चाहिए था तो उसी समय अपनी ईच्छा जाहिर कर दी होती तो आज यह मुसीबत न आती, लेकिन सुरेश ने उसकी एक न मानी और कहा कि तुम अपनी मां के जेबर गिरवी रखकर मोटरसाइकिल ले आओ नहीं तो वह उसे घर में नहीं रहने देगा और रीना की मारपीट कर दी। रीना को पिटता देख उसके जेठ, देवर और सास भी उसे ताने देने लगे। इससे व्यथित होकर वह रिपोर्ट करने के लिए पिछोर थाने आ गई और उसके पीछे से उसका पति सुरेश भी थाने आ गया।
तभी पुलिस ने महिला की रिपोर्ट पर आरोपी के विरूद्ध दहेज एक्ट का प्रकरण दायर कर लिया। अपने ऊपर मुकदमा लदता देख सुरेश सदमे में आ गया और उसे मिर्गी का दौरा पड़ गया और वह जमीन पर अचेत होकर गिर गया। बाद में उसे अस्पताल ले जाया गया। टीआई श्रीवास्तव बताते हैं कि अस्पताल पहुंचते ही उसकी परिवारजनों ने उसके कान भर दिए और वह पुलिस पर अनर्गल आरोप लगाने लगा। टीआई श्रीवास्तव कहते हैं कि सुरेश की पहली पत्नी भी इसी तरह की प्रताडऩा से मर चुकी थी, लेकिन उस समय मामला दर्ज हुआ या नहीं? यह मेरी जानकारी में नहीं है। फिलहाल युवक अस्पताल में भर्ती है।
इनका कहना है-
* फिलहाल मैं अभी बाहर हूं। आरोप प्रत्यारोप का यह विषय जांच का है और मैं इस मामले में वापिस लौटने के बाद ही कुछ कह पाऊंगा, क्योंकि मुझे मामले की जानकारी पूरी नहीं है।
शंभू सिंह अहिरवार
एसडीओपी पिछोर