बीआरसीसी का औचक निरीक्षण, शालाओं से छात्र नदारत

पिछोर-विकास खण्ड पिछोर में शिक्षा के स्तर को वेहतर बनाने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी के मार्ग दर्शन में विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी वालकृष्ण ओझा द्वारा पुरजोर प्रयास किया जा रहा है, आये दिन शालाओं को औचक निरीक्षण किया जा रहा है
जिसमें गत दिवस किये निरीक्षण की जानकारी देते हुऐ ओझा जी द्वारा बताया गया कि निरीक्षण दौरान ढाड़ा सहरयाना तिजारपुर मेें धर्मंेन्द्र सिंह यादव अनुपस्थित पाये गये व विद्यालय से छात्र नदारत मिले, प्रा.वि.तिजारपुर में शिक्षक शंकर आदिवासी अनुपस्थित तथा दर्ज छात्र संख्या 148 में मात्र 10 छात्र उपस्थित पाये गये,  साथ ही मध्यान्ह भोजन कई दिनों से वितरित नहीं हुआ। 

प्रा.वि. भड़ोरा में शिक्षक रामसेवक कोली अनुपस्थित मिले तो दर्ज छात्र संख्या 85 में से महज 20 छात्र उपस्थित पाये गये। मा.वि.गुरूकुदवाया में दर्ज छात्र संख्या 220 में 10 छात्र उपस्थित पाये गये। प्रा.वि. गुरूकुदवाया में दर्ज छात्र संख्या 142 में से 40 छात्र उपस्थित पाये गये मध्यान्य भोजन में समूह द्वारा छात्रों को मात्र 2-2 रोटियां ही दी गई। प्रा.वि.केमखेड़ा में प्रधानाध्यापक अरविन्द सिंह चौहान अनुपस्थित पाये गये तो दर्ज छात्र संख्या 189 में से महज 16 छात्र उपस्थित मिले। 

माध्यमिक विद्यालय केमखेड़ा प्रभारी मर्दन सिंह धाकड़ अनुपस्थित पाये गये सभी छात्र अनुपस्थित मिले, मध्यान्ह भोजन वितरित करने वाले स्व सहायता समूह की अनियमित्ताऐं भी उजागर हुईं। प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय पड़ोरा विद्यालय समय पर बन्द पाये गये। उक्त लापरवाह एवं विना सूचना के अनुपस्थित पाये गये शिक्षकों के विरूद्ध एक दिवस के वेतन काटने की कार्यवाही करते हुऐ अतिरिक्त दण्डात्मक कार्यवाही हेतु वरिष्ठ कार्यालय को प्रस्ताव भेजा गया। क्या है शिक्षा विभाग की हकीकत? क्या प्रशासन शिक्षा के स्तर को जमीनी हकीकत दे सकेगा?