करवाचौथ के चलते बाजारों में बढ़ी रौनक

शिवपुरी-भारतीय संस्कृति में पति और पत्नि का पवित्र त्यौहार करवाचौथ 22 अक्टूबर को मनाया जाएगा। जिसके चलते महिलाओं में खरीददारी करने के लिए भारी उत्साह देखा जा रहा है और बाजारों में रौनक छा गई है वहीं बड़ी संख्या में महिलाएं साड़ी, चूडिय़ां, छलनी, करवा एवं सुहाग सामग्री सहित पूजा की अन्य सामिग्री खरीदती नजर आ रही हैं। बाजारों में प्रमुख रूप से करवा चौथ पूजन सामग्री की दुकाने सजी हुईं हैं।

खासकर जिन महिलाओं के  हाल ही में विवाह हुए हैं और उनका यह पहला करवाचौथ व्रत है उन महिलाओं में इस त्यौहार को लेकर भारी उत्साह देखा जा रहा है और उन महिलाओं में मार्केट से महंगी-महंगी साडिय़ां, ज्वैलरी खरीदने के लिए होड़ लगी है और वे अपने पति के सामने करवाचौथ वाले दिन सुंदर दिखने का हर संभव प्रयास कर रही हैं। महिलाओं में खरीददारी को लेकर जो उत्साह देखा जा रहा है। उससे दुकानदारों में भी खुशी का माहौल निर्मित हो गया है। 

दुकानदारों ने महिलाओं को रिझाने के लिए अच्छे-अच्छे फैन्सी कपड़े ,ज्वैलरी की विशाल श्रृखंला दुकानों पर पर लगा रखी है। जिससे महिलाओं में खरीददारी के लिए और भी उत्साह देखा जा रहा है इस बार मार्केट में टीबी सीरियलों में प्रयुक्त किए जाने वाले कपड़ों और ज्वैलरी का क्रेज देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही करवाचौथ के दिन परंपरागत रूप से मिट्टी का करवा उपयोग किया जाता है। वह भी बाजार में उपलब्ध हैं और उनके साथ करवाचौथ के व्रत में प्रयुक्त किए जाने वाला कलेन्डर भी जगह-जगह बेचे जा रहे हैं। हर कोई इस त्यौहार की तैयारी में जुटा हुआ है। 

उल्लेखनीय है कि करवाचौथ के दिन स्त्रियां अपने पति की दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखकर चंद्रमा के दर्शन करने के बाद ही जल ग्रहण करती हैं। मान्यता है कि अब माता पार्वती ने अपने पुत्र गणेश को विशेष दर्जा दिलाने के लिए भगवान शिव से प्रार्थना की थी। भगवान शिव ने माता पार्वती की प्रार्थना स्वीकार कर श्री गणेश को गणों में प्रथम पूजन का बरदान दिया।