मोटरसाइकिल और 40 हजार रूपये के लिए शराबी पति ने पत्नि को घर से निकाला

शिवपुरी। दहेज लोभियों की मांगे कभी पूरी नहीं होती और इसके बदले या तो बहू अपनी जान दे देती है या हिम्मत दिखाकर ससुरालियों के खिलाफ पुलिस की शरण लेकर न्याय की गुहार लगाती है। ऐसा ही हिम्मत दिखाई डबरा की रहने वाली नीमा ने जिसका विवाह करैरा के ग्राम टोड़ा में धूमधाम से संपन्न हुआ लेकिन एक वर्ष बीतने के बाद ससुरालियों की प्रताडऩाऐं होना शुरू हो गई।

जिसका विरोध नीमा ने किया तो उसके साथ ना केवल पति ने बल्कि सास-ससुर ने भी मारपीट की। ससुरालियों की प्रताडऩाओं से तंग आकर नीमा ने हिम्मत दिखाई और पुलिस की शरण ली। जिस पर करैरा थाना पुलिस ने महिला की रिपोर्ट पर आरोपी पति, सास-ससुर के खिलाफ दहेज एक्ट के तहत धारा 498 ए सहित भादवि की धारा 323, 34 के तहत मामला दर्ज करा दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार डबरा की रहने वाली नीमा रावत पुत्र राधेलाल रावत उम्र 22 वर्ष का विवाह करैरा के ग्राम टोडा में बीते तीन वर्ष पहले हुआ था। विवाह के एक वर्ष बाद तो ससुरालीजनों ने नीमा को ठीक ढंग से रखा, लेकिन एक वर्ष बाद नीमा का ससुर अमर सिंह, सास सीयाबाई और पति नरेन्द्र रावत मिलकर नीमा को प्रताडि़त करने लगे और उसका पति नरेन्द्र आए दिन शराब पीकर उसकी मारपीट करता और मोटरसाइकिल व 40 हजार रूपये लाने के लिए दवाब बनाता। 

विगत 6 अगस्त को नरेन्द्र ने शराब के नशे में नीमा की मारपीट की और उससे दहेज लाने की बात कही, लेकिन नीमा ने दहेज देने से इंकार कर दिया तो नरेन्द्र ने उसे घर से भगा दिया। जिसका समर्थन नरेन्द्र के पिता अमरलाल और सीयाबाई ने किया। घर से बेघर पीडि़ता नीमा  अपने पिता के घर पहुंची और वहां रहने लगी, लेकिन पिता उसका दर्द सह नहीं सका और इंसाफ के लिए कानून का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर हो गया और दहेजलोभियों को सबक सिखाने के लिए पुलिस की चौखट पर अपनी पुत्री को लेकर पहुंच गया और शिकायत दर्ज करा दी।  पुलिस ने मामला विवेचना में ले लिया है।