डॉ. शंकरदयाल शर्मा सृजन सम्मान से डॉ. गुप्ता अलंकृत

शिवपुरी। शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय शिवपुरी के सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ. एल डी गुप्ता को मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी भोपाल द्वारा आयोजित डॉ. शंकर दयाल शर्मा सृजन सम्मान से अलंकृत किया गया है।

यह सम्मान उन्हें हिन्दी लोक प्रशासन में विश्व विद्यालय स्तरीय उत्कृष्ट पुस्तकों के सृजनात्मक लेखन के लिए प्रदान किया गया है। रवीन्द्र भवन भोपाल में आयोजित इस सम्मान में डॉ. गुप्ता को शाल, श्रीफल, सम्मान के साथ 51 हजार रुपये की राशि प्रदान की गई। इस अवसर पर प्रदेश के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, मध्यप्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव जे एन कंसोटिया, संचालक मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी डॉ. गोविन्द प्रसाद शर्मा, मुख्य वक्ता चिंतक एवं विचारक कृष्ण गोपाल सहित सम्मानित लेखकगण उपस्थित थे।

राजभवन भोपाल में वर्ष 1986 से पूर्व राष्ट्रपति पुर्नगठित मध्यप्रदेश के प्रथम शिक्षा मंत्री डॉ. शंकर दयाल शर्मा के नाम से स्थापित सृजन सम्मान से अकादमी द्वारा पांच संकायों के लेखकों को सम्मानित किया जाता है। इसी सम्मान के तहत सितम्बर 1966 से अगस्त 2007 तक राजनीति शास्त्र के प्राध्यापक एवं प्राचार्य रहे डॉ. एल डी गुप्ता ने आठ पुस्तकों का लेखन किया। उनके निर्देशन में 11 छात्रों ने पीएचडी तथा 20 छात्रों ने एमफिल की उपाधि प्राप्त की। जीवाजी विश्व विद्यालय में राजनीति विज्ञान अध्ययन मण्डल के अध्यक्ष, सागर विश्व विद्यालय अकादमिक परिषद के सदस्य के साथ राष्टï्रीय सेवा योजना में भी उल्लेखनीय कार्य किया गया। लोक प्रशासन विषय में हिन्दी भाषा के उत्कृष्टï लेखन, श्रेष्ठ पुस्तकों के सृजन के लिए मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी द्वारा डॉ. लक्ष्मण दास गुप्ता को डॉ. शंकर दयाल शर्मा सृजन सम्मान से अलंकृत किया गया।

रवीन्द्र भवन भोपाल में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता गुवाहाटी आसाम के चिन्तक एवं विचारक कृष्ण गोपाल ने भारत की संत परम्परा और सामाजिक समरसता पर सारगर्भित एवं विचारात्मक व्याख्यान दिया। शासन के मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने प्रदेश सरकार की ओर सम्मानित लेखकगणों को बधाई दी। संचालक डॉ. गोविन्द प्रसाद शर्मा ने विषय परिवर्तन पर प्रकाश डाला। प्रमुख सचिव जे एन कंसोटिया ने कहा कि लेखन एवं शैक्षणिक कार्य में इन सम्मानित लेखकों से आह्वान है कि वे छात्रों एवं समाज को इसी प्रकार नई दिशा देते रहेंगे। 

मध्य प्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी भोपाल द्वारा डॉ. शंकर दयाल शर्मा सृजन सम्मान से अलंकृत होने के उपरान्त अपने उद्बोधन में डॉ. एल डी गुप्ता ने कहा कि उन्हें गर्व का अनुभव हो रहा है अकादमी द्वारा चयनित इस सम्मान के लिए उन्हें चुना गया है। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए गौरव की बात है। उन्होंने हमेशा से ही हिन्दी राजभाषा को प्रथम स्थान दिया है और छात्रों को इसके लिए प्रेरित किया है। उनके द्वारा लिखित एवं प्रकाशित आठ पुस्तकों में भी इस पर जोर दिया गया है। उन्होंने प्रदेश के इस सबसे बड़े सम्मान को प्राप्त होने पर सभी के प्रति आभार ज्ञापित किया है।