कोलारस कार्यकर्ता सम्मेलन में विधायक जैन के खिलाफ विद्रोह

शिवपुरी। जिले की राजनीति में इन दिनों कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के लिए विधानसभा कार्यकर्ता स मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इन्हीं स मेलनों से भावी प्रत्याशी भी निकलकर सामने आ रहे है। इस मामले में कोलारस क्षेत्र में आयोजित कार्यकर्ता स मेलन में विधायक देवेन्द्र जैन के खिलाफ ही कार्यकर्ताओं ने मुखर विरोध दर्ज कराते हुए शंखनाद किया है और साफ चेतावनी भी दी है कि यदि जैन को टिकिट दिया तो यहां भाजपा नहीं जैन हारेंगें। इस संबंध में एक ज्ञापन संगठन प्रभारी विवेक जोशी को भी दिया गया है।

संगठन प्रभारी विवेक जोशी को ज्ञापन सौंपने वाले कार्यकर्ताओं में कोलारस, बदरवास और रन्नौद के मण्डल अध्यक्ष, भाजपा जिला संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी तक शामिल थे। यह बात अलग है कि इस मुहिम का ताना-बाना एक समय विधायक देवेन्द्र जैन के अनुज जितेन्द्र जैन के निकटस्थ सहयोगी रहे अजीत जैन ने बुना था। ज्ञापन में जहां स्थानीय 20 उ मीदवारों की सूची देकर अनुरोध किया गया है कि इनमें से किसी को भी टिकट दे दिया जाए। 

वहीं खुलकर विधायक देवेन्द्र जैन का विरोध कर उन पर पक्षपात, भाई-भतीजावाद तथा भाजपा हितों के विपरीत कार्य करने का आरोप लगाया गया है और यहां तक कहा गया है कि  यदि इसके बाद भी विधायक जैन को टिकट दिया गया तो कोलारस में भाजपा नहीं, बल्कि देवेन्द्र जैन चुनाव हारेंगे। विधायक जैन का मुखर विरोध करने वालों में जिला महामंत्री सुशील रघुवंशी, कोलारस मण्डल अध्यक्ष बाबू सिंह चौहान, रन्नौद मण्डल अध्यक्ष सुचेन्द्र बोहरे, बदरवास मण्डल अध्यक्ष गुलाब सिंह धाकड़, जिला उपाध्यक्ष भगवत सिंह यादव आदि भी शामिल हैं।

कल कोलारस में आयोजित भाजपा कार्यकर्ता स मेलन के समापन सत्र में आश्चर्यजनक रूप से सेवा निवृत्त डीआईजी और हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हरिसिंह यादव उपस्थित हुए। उनकी उपस्थिति को कोलारस में उनकी संभावना के रूप में भी देखा जा रहा है, लेकिन समापन सत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्थानीय उ मीदवार को टिकट दिए जाने की मांग उठाई। 

उसका साफ अर्थ था कि भाजपा कार्यकर्ता देवेन्द्र जैन के साथ-साथ हरिसिंह यादव की उ मीदवारी के विरोध में भी हैं। समापन सत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं ने संगठन प्रभारी विवेक जोशी को मु यमंँत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम संबोधित जो ज्ञापन सौंपा उसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि विधायक जैन का कार्यकर्ता व जनता में भारी विरोध है। विधायक पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने पूरी तरह से क्षेत्र का कांग्रेसीकरण कर दिया है।

विधायक के सहयोग से कांग्रेसियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर थानों में प्रकरण दर्ज कराए हैं। उनके चंद रिश्तेदार विधानसभा क्षेत्र में शासकीय योजनाओं पर काबिज हैं। उन्होंने नरवर नपं में अपने प्रभाव का दुरूपयोग कर साढू के लड़के को अध्यक्ष पद का टिकट दिलवाया और वहां भाजपा बुरी तरह से हारकर बसपा से भी पीछे रहकर तीसरे स्थान पर रही। श्री जैन स्थानीय भी नहीं है। ऐसी स्थिति में उनके स्थान पर अन्य किसी स्थानीय प्रत्याशी को टिकट दिया जाए। 

ज्ञापन में स्थानीय प्रत्याशियों के नाम भी सुझाए गए हैं। स्थानीय उ मीदवारों में सुशील रघुवंशी, बलवीर सिंह चौहान, गुलाब सिंह धाकड़, बाबू सिंह चौहान, सुचेन्द्र बोहरे, रामस्वरूप रावत, धनपाल यादव, गोवर्धन सिंह यादव, बेदेहीचरण मिश्रा, भगवत सिंह यादव, कल्याण सिंह यादव, श्रीमती बिन्नी शर्मा, अजीत जैन  खतौरा, रामेश्चर बिंदल, पदम जैन, रामजीलाल धाकड़, उधम सिंह धाकड़, कल्याण सिंह धाकड़, बलवीर सिंह धाकड़ और नाथूसिंह भदौरिया के नाम शामिल हैं।

पार्टी का जो फैसला होगा वह मुझे स्वीकार्य है: विधायक

इस पूरे घटनाक्रम से आहत विधायक देवेन्द्र जैन भी कहते हैं कि स्थानीय उ मीदवार को टिकट मिलना चाहिए, लेकिन उनका सवाल है कि आखिर स्थानीय उ मीदवार किसे माने। वह कहते हैं कि मैं कोलारस में पैदा हुआ। यहां मेरा इतना बड़ा मकान है जितना मेरा विरोध करने वाले किसी का भी नहीं। मेरी यहां ससुराल है और मैं यहां का विधायक हूं। श्री जैन कहते हैं कि इसके बाद भी यदि मुझे टिकट नहीं मिलता तो मुझे कोई गिला-शिकवा नहीं है। राजनीति मेरी रोजी-रोटी नहीं है। पार्टी का जो भी फैसला होगा वह मुझे स्वीकार्य होगा।

जीतने योग्य प्रत्याशी को टिकट पार्टी की शर्त: रणवीर सिंह

कार्यकर्ता स मेलन में भाजपा जिलाध्यक्ष रणवीर सिंह रावत भी मौजूद थे। जब उनसे पूछा गया कि स्थानीय उ मीदवार को टिकट मिलना चाहिए या नहीं? तो उनका जबाव था कि जीतने योग्य उ मीदवार को टिकट मिले यह पार्टी की शर्त है। लेकिन जब उनसे पूछा गया कि कोलारस में लगभग पूरी भाजपा ने स्थानीय उ मीदवार की मांग उठाकर विधायक जैन का विरोध किया है तो क्या श्री जैन को जीतने योग्य प्रत्याशी माना जा सकता है। इस पर श्री रावत का जबाव था कि मुझे इस बारे में कुछ पता नहीं है। मुझे जानकारी नहीं है कि विधायक की उ मीदवारी के खिलाफ किसी ने ज्ञापन सौंपा था।

कार्यकर्ताओं को प्रेरणा देने आए थे पूर्व डीआईजी

क्या सेवा निवृत्त डीआईजी हरिसिंह यादव को यादव बाहुल्य कोलारस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में उतारा जा रहा है? इस सवाल से हकबकाए जिलाध्यक्ष श्री रावत ने कहा कि ऐसा नहीं है। उनका कथन है कि समापन सत्र में पहले वेदप्रकाश शर्मा आने वाले थे, लेकिन उनके न आने पर हरिसिंह यादव को बुला लिया गया। सोच यह थी कि पूर्व डीआईजी के आने से कार्यकर्ताओं को प्रेरणा मिलती कि भाजपा एक राष्ट्रवादी पार्टी है जिसकी ओर आईएएस और आईपीएस भी इसी गुण के कारण रिटायर्ड होने के बाद आकर्षित हो रहे हैं।