जिले में बारिश का कहर, मॉं सहित बच्चे बहे, पिता ने बचाई जान

शिवपुरी। शिवपुरी जिले के लिए राहत लेकर आई बारिश अब आफत का सबब बनती नजर आ रही है। एक ओर जहां प्रदेश भर में बारिश का कहर थामे नहीं थम रहा है तो वहीं दूसरी ओर शिवपुरी जिले में बारिश का असर निचली बस्तियों और कई गांवों को अपने आगोश में समाने के बाद भी बारिश का मंजर खत्म होता नजर नहीं आ रहा।

हालंाकि बारिश में आने वाली परेशानियों के लिए जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय स्तर रेस्क्यू ऑपरेशन भी जारी है और झांसी से आर्मी सैनिक भी बुलाए गए है। इसी घटनाक्रम मे आज जिले के रन्नौद क्षेत्र में तेज बारिश के बहाव में एक मॉं व तीन बच्चे भी बह गए, बमुश्किल से पिता ने पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई। घटना की जानकारी मिलने के बाद मंगलवार तड़के जिला कलेक्टर आर के जैन व पुलिस अधीक्षक भी बारिश से प्रभावित होने वाले स्थानों की ओर गए और वहां की स्थिति का जायजा लिया व उचित दिशा निर्देश दिए।

रन्नौद में कल दोपहर से हुई बारिश से हालात काफी विस्फोटक बन गए हैं। अकाझिरी तालाब के ओवरफ्लो होने से भारी जल का सैलाव गांव में घुस आया और यहां पोढ़ई वाले क्षेत्र में एक झोंपड़ी में पानी भर जाने से मां और तीन बच्चे पानी में बह गए जबकि परिवार के मुखिया ने किसी तरह पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई। मां और बच्चों का कोई पता नहीं लगा है तथा प्रशासन भी अभी तक इस घटना के बारे में अनभिज्ञता प्रकट कर रहा है, लेकिन यहां सबसे पहले पहुंचने वालों में कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामसिंह यादव, प्रदेश कांग्रेस महामंत्री बैजनाथ सिंह यादव, युवक कांग्रेस लोकसभाध्यक्ष बंटी रघुवंशी आदि शामिल हैं। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि मां और बच्चों के बहने की घटना कल की है, लेकिन आज तक कोई प्रशासनिक अधिकारी यहां नहीं पहुंचा है। डग पीपरी में मोहनलाल कुशवाह के मकान में बाढ़ के पानी से एक गाय और एक बैल की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर कलेक्टर आरके जैन रन्नौद के लिए रवाना हो गए हैं। 

कल से रन्नौद में बर्षा का जबरदस्त प्रकोप जारी है। दोपहर तीन बजे के आसपास ऐसा लगा मानो बादल फट आएं हों और इसके बाद पानी का सैलाव घरों में घुसने लगा। बताया जाता है कि अकाझिरी तालाब में पानी इतना जमा हो कि पार तोड़कर वह गांव में घुस आया और अनेक घर जमींदोज हो गए। जबकि सैकड़ों बीघा जमीन में लगी फसले तहस-नहस हो गईं। मीलों लंबी सड़कें पानी के कारण तबाह हो गईं। बताया जाता है कि कल रात हरिराम कुशवाह और उनकी पत्नि श्रीमती कौशलबाई और बच्चे रश्मि 8 साल, सुमित 5 साल और अरूण 2 साल जब अपनी पाटौर में सो रहे थे उसी दौरान उनकी झोंपड़ी में पानी घुस आया और देखते-देखते कौशलबाई और तथा तीनों बच्चे पानी में बह गए जबकि हरिराम ने बाहर निकलकर पेड़ पर चढ़कर किसी तरह अपनी जान बचाई। आज दोपहर तक मां और तीनों बच्चों को कोई पता नहीं चला था।

आधा सैकड़ा ग्रामीणों को बचाया

बारिश का कहर पिछोर, खनियांधाना और बामौरकला में भी जारी है। कल बामौरकला के आजादपुर पुरवा ने टापू का रूप धारण कर लिया था और यहां लगभग 50 ग्रामीण फंस गए थे जिन्हें सेना की रेसक्यू टीम ने बाहर निकाला। बूधोन राजापुर में भी अनेक लोग पेड़ों ओर मंदिर की चोटी पर चढ़कर अपनी जान बचाएं हुए हैं और वे पानी उतरने का इंतजार कर रह हैं। कल कलेक्टर व एसपी भी खिरिया गांव पहुंचे और उन्होंने रेसक्यू टीम की मदद से फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने में सफलता हासिल की।