इंदार में सूखे कुऐं में मिली बाबा की लाश, दूसरी लाश बनी पुलिस के लिए अबूझ पहेली

शिवपुरी। अभी बीती 19 मई को जिले के सुरवाया थाना क्षेत्र में एक पुल के नीचे टैक्सी चालक नारायण ग्वाल की लाश पत्थरों से कुचली हुई मिली जिस पर अभी तक पुलिस दो कदम भी आगे नहीं बढ़ पाई कि अब जिले के इंदार थाना क्षेत्र में भी एक बाबा की लाश पत्थरों से कुचली हुई कुऐं में पाई गई।

पुलिस के लिए पत्थरों से कुचली जाने वाली यह लाशें अब उनके लिए कई सवाल खड़े कर रही है क्योंकि दोनों ही मामलो में आरोपी अज्ञात है और पुलिस मामले की विवेचना कर रही है लेकिन कब तक इन मामलों का खुलासा होगा यह कह पाना संभव नहीं है।  सुरवाया थाना पुलिस की ढिलमुल कार्यप्रणाली के चलते आज घटना के इतने दिन बीत जाने के बाद भी परिणाम ढाक के वही तीन पात नहर आ रहे है। पुलिस अधीक्षक श्री सिकरवार को चाहिए कि वह इन अंधे हत्याकाण्डों का शीघ्र खुलासा करें क्योंकि यह पुलिसिया कार्यप्रणाली पर दागदार सवाल है?

जिले के इंदार थाना क्षेत्र में आज सुबह एक तपस्वी बाबा की आश्रम में स्थित सूखे कुएं में सिर कुचली लाश मिलने से सनसनी फैल गई। आश्रम में रात्रि के समय बाबा के अतिरिक्त और कोई नहीं था। बाबा की हत्या किसने और क्यों की? इसका कारण अभी अज्ञात बना हुआ है। पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन करने में जुटी हुई है। ग्राम अवाया और दिनाय के बीच सुनसान जंगल में आश्रम बनाकर मौनी बाबा रहते थे। इंदार थाना प्रभारी रामेश्वर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त मौनी बाबा पिछले कई वर्षों से जंगल में आश्रम बनाकर तपस्या करते थे और उनका एक चेला नरेश भी उनकी सेवा में लगा रहता था।

 बीती रात्रि नरेश 9 बजे बाबा को आश्रम में छोड़कर उनकी दो गायों का दूध दोहकर वहां से वापिस अपने गांव लौट आया था और बाबा वहां अकेले थे। रात्रि में किन्हीं अज्ञात हत्यारे ने बाबा की सिर पर पत्थर पटककर उनकी हत्या कर दी और लाश को आश्रम में स्थित एक सूखे कुएं में फेंककर वहां से भाग निकले। आज सुबह जब बाबा का चेला नरेश गाय दोहने के लिए आश्रम पर पहुंचा तो वहां से बाबा गायब मिले। जब नरेश ने गांव के शिक्षक केपीएस रघुवंशी को बाबा के गायब होने के सूचना दी तो उनकी खोजबीन की गई और बाबा की लाश आश्रम के कुएं में पड़ी मिली। लाश को कुएं से बाहर निकाला गया तो बाबा का सिर कुचला हुआ था। बाबा की हत्या क्यों की गई? यह कारण अभी पहेली बना हुआ है। पुलिस ने इस मामले में हत्या का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

इससे पहले सुरवाया में मिली टैक्सी चालक नारायण ग्वाल की हत्या का मामला भी पुलिस की लचर कार्यप्रणाली का द्योतक है क्योंकि आज घटना के लगभग 15 दिन बीत जाने के बाद भी शके आधार पर पकड़े गए लोगों से भी पुलिस कोई सख्त पूछताछ नहीं कर पाई और यह मामला भी ठण्डे बस्ते में है जिससे मृतक नारायण के परिजनों में पुलिस की इस कार्यप्रणाली के प्रति काफी रोष व्याप्त है और पुलिस अधीक्षक से इस मामले का शीघ्र खुलासा कर हत्यारों को सजा दिलाए जाने की मांग की है।

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