केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने उत्तराखण्ड के पीडि़तों के लिए दिलाए 25 करोड़

शिवपुरी। केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उत्तराखण्ड के आपदाग्रस्त क्षेत्र के नव निर्माण हेतु विद्युत मंत्रालय के अधीन आने वाली 9 पीएसयू कंपनियों को तत्काल 25 करोड़ रूपये की सहायता जारी करने के निर्देश दिए हैं। श्रीमंत सिंधिया ने विद्युत मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों एवं पीएसयू प्रमुखों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्णय लिया है। 

सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय की ओर से श्री सिंधिया के निज सहायक नंदकिशोर शर्मा द्वारा जारी प्रेस विापित के अनुसार विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत् 9 पीएसयू क्रमश: एनटीपीसी, पॉवर ग्रिड, पीएफसी, एनएचपीसी, टीएचडीसी, आरईसी, एसजेवीएन, डीवीसी और निप्पको मिलकर 25 करोड़ रूपये की सहायता प्रदान करेंगे जिसमें एनटीपीसी का योगदान 10 करोड़ रूपये, पावर ग्रिड 5 करोड़ रूपये, पीएफसी 3 करोड़ रूपये, आरईसी 2 करोड़ रूपये एवं शेष कंपनियों द्वारा 1-1 करोड़ का योगदान देंगी। 

उत्तराखण्ड में आई प्राकृतिक आपदा से वहां के आधारभूत संरचना एवं विद्युत परियोजनओं को जो नुकसान हुआ है उसके पुनर्निमाण हेतु राज्य सरकार की सलाह से सहायता प्रदान की जाएगी। श्री सिंधिया ने उत्तराखण्ड में मप्र समेत ग्वालियर-चम्बल अंचल के जो तीर्थया9ी फंसे हुए हैं उन्हें उत्तराखण्ड स्थित हाइडो पावर प्लान्ट्स एवं एनटीपीसी, एनएचपीसी के अधिकारियों के माध्यम से हेलीकॉप्टर एवं अन्य वाहनों की व्यवस्था कराकर प्रभावित लोगों को सकुशल घर पहुंचाने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किए। 

श्री सिंधिया उत्तराखण्डके मुख्यमंत्री से लगातार फोन पर सम्पर्क में है एवं राहत व बचाव कार्य में हर संभव मदद देने हेतु तत्पर है। इस हेतु उनहोंने दिल्ी स्थित विद्युत मंत्रालय एवं संसदीय क्षेत्र स्थित ज नसम्पर्क कार्यालय के माध्यम से सतत् सम्पर्क कर मध्यप्रदेश समेत इस अंचल के उत्तराखण्ड में मृत, फेसे हुए एवं जख्मी यात्रियों की सूची तैयार कराकर उनकी हर संभव मदद करने हेतु स्वयं मॉनीटरिंग की है तथा पीडि़त तीर्थयात्रियों के परिजनों तक सही सूचना पहुंचाने के लिए कार्यवाही की गई है। आपदा पीडि़तों के लिए श्रीमंत सिंधिया के निर्देश पर टीएचडीसी के अधिकारी बद्रीनाथ एवं ऋषिकेश में भी स्थानीय प्रशासन के सहयोग हेतु लगातार कार्य कर रहे हैं। फंसे हुए यात्रियों को हेलीकॉप्टर, गाडियों, ट्रक एवं खाद्य सामग्री भी समुचित मात्रा में उपलब्ध कराने हेतु अधिकारियों की पूरी टीम लगी है।