शिवपुरी जिले के 18 लोग अभी भी लापता

शिवपुरी-भगवान के तीर्थ केदारनाथ गए शिवपुरी जिले के नरवर ब्लॉक अंतर्गत आने वाले ग्राम बनियानी के 18 लोग आज भी लापता है इनका कोई सुराग इनके परिजनों को नहीं लगा और परिजनों की चिंताऐं लगातार बढ़ रही है। एक ओर आपदा में फंसे लोगों को बाहर निकालने व बचाव के लिए जहां सेना और उत्तराखण्ड सरकार कार्य में लगी है वहीं दूसरी नरवर के ग्राम बनियानी के डेढ़ दर्जन लोगों के लापता होने से पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है और भजन-कीर्तन कर इन परिवारों के सकुशली की कामना की जा रही है।

इस संबंध में एक आवेदन जिला कलेक्टर व अति.पुलिस अधीक्षक के माध्यम से राहत बचाव दल को भेजा गया जिसमें 18 लोगों में से 11 लोगों के फोटो सहित सूचना भेजी गई है जबकि शेष लोगों के नाम व पते सूचीबद्ध है। पीडि़तों के परिजनों ने जिला प्रशासन से इस ओर सहायता की गुहार लगाई है।

इस परिवार के सदस्य केदार सिंह पुत्र नारायण सिंह रावत निवासी ग्राम बनियानी ने बताया कि  नरवर ब्लॉक सीहोर थानांतर्गत आने वाले ग्राम बनियानी के करीब दो दर्जन लोग चार धाम की यात्रा पर गए थे। बीती 15 जून को यह सभी परिवार केदारनाथ के दर्शन करने गए हुए थे कि इसी बीच केदारनाथ में विपदा आ गई और इस विपदा में हजारों लोगों के हताहत की सूचना मिली। 

इस घटना में नरवर के ग्राम बनियानी के निवासीगण पंजाब सिंह पुत्र पूरन सिंह रावत उम्र 42 वर्ष, हेमराज सिंह पुत्र भवानी सिंह रावत उम्र 55 वर्ष, महिला विष्णुबाई पत्नि हेमराज सिंह रावत उम्र 50 वर्ष, मायाराम पुत्र बादाम सिंह रावत उम्र 55 वर्ष, दशरथ सिंह पुत्र हरप्रसाद रावत उम्र 35 वर्ष, मित्तीबाई पत्नि नबल सिंह रावत उम्र 45 वर्ष, बालाबाई पत्नि नारायण सिंह रावत उम्र 40 वर्ष, नारायण सिंह पुत्र रघुनंदन रावत उम्र 55 वर्ष, देवकुंवर पत्नि रघुवीर सिंह रावत उम्र 54 वर्ष, जमुना बाई पत्नि हरनारायण रावत उम्र 65 वर्ष, लखन सिंह पुत्र फेरन सिंह रावत उम्र 50 वर्ष व बती बाई पत्नि पंजाब सिंह रावत उम्र 45 वर्ष,प्रेमबाई पत्नि सरमन सिंह रावत उम्र 50 वर्ष, मानसिंह पुत्र गजराज सिंह उम्र 53 वर्ष, कलीबाई पत्नि मानसिंह रावत उम्र 48 वर्ष, सियाबाई पत्नि दौलत सिंह रावत उम्र 50 वर्ष, करतार सिंह पुत्र लालाराम रावत उम्र 48 वर्ष, कुुसमा बाई पत्नि करतार सिंह रावत शामिल है।

इनके परिवार के केदार सिंह ने बताया कि इन परिजनों से 16 जून की रात्रि करीब 8 बजे आखिरी बार बात हुई थी उसके बाद से इन सभी परिजनों का कोई सुराग नहीं लगा। हालांकि इसके बाद उत्तराखण्ड में प्राकृतिक आपदा में हजारों लोग लापता हो गए है। लेकिन इनकी कोई खैर खबर ना मिलने से परिजनों की आस बंधी है कि परिजन लौटक आ जाए। इस संबंध में कलेक्टर व एसपी से आवेदन देकर अपने परिजनों की सुरक्षा व सुरक्षित घर वापिसी की गुहार पीडि़त लोगों के परिजनों ने लगाई है।