शिवपुरी मण्डी में सचिव ने किए एक माह में ही लाखों के बारे-न्यारे

शिवपुरी- शिवपुरी मण्डी में भ्रष्टाचार,लूटखसोट, रिश्वतखोरी, हठधर्मिता और अपनी मनमानी से किए जाने वाले सभी गलत कार्य करते हुए स्वयं की जेबें भरने में लगे है मण्डी सचिव हरिशंकर दुबे, जिन्होंने एक माह के भीतर ही मण्डी राजस्व को चपत लगाते हुए लगभग 40 लाख रूपये का गोलमाल किया है

यह लिखित दस्तावेज भी प्रमाणित करते है जिसमें हम्माल पत्रक और मण्डी शुल्क कलेक्शन के दस्तावेजों से जांचा जा सकता है हमने पूरे महीने भर का आंकलन किया तो पता चला कि एक माह के भीतर ही भ्रष्टाचार मण्डी सचिव हरिशंकर दुबे ने भ्रष्टाचारी दिखाते हुए गलत तरीकों से लाखों का घालमेल किया जिसमें हम्माल पत्रक अनुसार एक दिन में 4959 बोरियां खाली की गई तो वहीं मण्डी शुल्क कलेक्शन के अनुसार एक दिन में 1897 बोरियों की रसीदें काटी गई, इन सब का सही आंकलन किया गया तो 3062 बोरियों का अंतर पाया गया, ये 3062 वे बोरियां है जिनसे प्रति बोरी 20 रूपये के हिसाब से अवैध वसूली व रिश्वत के रूप में रकम ऐंठी गई। यह कहना था शिवपुरी मण्डी अध्यक्ष शंकर आदिवासी, मण्डी उपाध्यक्ष कैलाश कुशवाह, मण्डी के हम्माल प्रतिनिधि इब्राहिम खान व व्यापारी प्रतिनिधि हरिशंकर गोयल सहित मण्डी के तमाम डायरेक्टर पूरन रावत, रामप्यारी जाटव, कमला धाकड़, नीरज खटीक का जिन्होंने संयुक्त रूप से मिलकर मण्डी सचिव के खिलाफ मोर्चा खोलते मण्डी का काम बंद कर मण्डी सचिव के विरूद्ध निलंबित करने व न्यायिक जांच की मांग की।

पत्रकारों को प्रेसवार्ता के माध्यम से लिखित आवेदनों व मय दस्तावेजों के साथ की गई शिकायत में जानकारी देते हुए मण्डी अध्यक्ष शंकर आदिवासी, उपाध्यक्ष कैलाश कुशवाह, हम्माल प्रतिनिधि इब्राहिम खान व व्यापारी प्रतिनिधि हरिशंकर गोयल व उपरोक्त डायरेक्टरों का कहना है कि मण्डी सचिव हरिशंकर दुबे बेहद ही भ्रष्ट मण्डी सचिव है जिन्होंने अपने कारनामों के चलते जहां बदरवास में करोड़ों का घोटाला किया तो वहीं जनवरी 2012 में शिवपुरी मण्डी में पदस्थ होने के बाद भी इनके कारनामों में कोई कमी नहीं जिसके चलते आज भी मण्डी प्रबंधन को करोड़ों रूपये की राजस्व हानि हो रही है। मण्डी अध्यक्ष शंकर आदिवासी का कहना है कि हमने मण्डी सचिव के इस भ्रष्टाचारी व लूटखसोट के संबंध मेंं भोपाल शिकायत की जिसमें जांच टीम आई तो मण्डी सचिव ने मुझे जान से मारने की धमकी देकर अपने बचाव में दिए जाने वाले बयान दिलाए साथ ही अब तो मुझे सरेआम मण्डी प्रांगण में जाति सूचक गालियं व जान से मारने तक की धमकी दी जाती है।

मण्डी उपाध्यक्ष ने कहा भ्रष्ट आचरण के हैं मण्डी सचिव

इसी प्रकार की शिकायत मण्डी उपाध्यक्ष कैलाश कुशवाह की भी है, कैलाश ने बताया कि मण्डी सचिव बेहद भ्रष्ट आचरण वाले है उनके द्वारा प्रतिदिन लगभग 2 से ढाई हजार रसीदें काटने की बात कही जाती है जबकि प्रतिदिन 4 हजार से अधिक रसीदें काटी जाती है ऐसे में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए मण्डी चोरी के रूप में 20 रूपये प्रति बोरी रिश्वत के रूप में ली जाती है मण्डी शुल्क को चपत लगकर मण्डी सचिव खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे है इस संबंध में कलेक्टर को भी शिकायत की परन्तु अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।

हम्माल प्रतिनिधि ने कहा हम्मालों से चोरी कराकर मांगते है रिश्वत

हम्माल प्रतिनिधि इब्राहिम खान ने कहा कि आए दिन हम्मालों को मण्डी सचिव चोरी करने के लिए बाध्य करते है और उनसे भी चोरी कराकर अपना हिस्सा मांगते है ऐसे में किसानों को होने वाले नुकसान में मण्डी सचिव स्वयं की आमदनी करते है जबकि हम्माल तो मेहनत-मजदूरी करके अपना भरण-पोषण करता है उसे डराया-धमकाया जाता है और मण्डी में काम करने के बदले 200 रूपये प्रतिदिन रिश्वत के रूप में मांगे जाते है बीते एक महीने में ही मण्डी सचिव ने हम्मालों से भी लगभग 12 लाख रूपये रिश्वत ली है।

व्यापारी प्रतिनिधि भी नाराज, कहा व्यापारियों पर बनाते हैं दबाब

अस्वस्थता के कारण प्रेसवार्ता में ना आने पर अपनी लिखित स्वीकृति के द्वारा बात कहते हुए मण्डी में व्यापारी प्रतिनिधि हरिश्ंकर गोयल ने बताया कि मण्डी में व्यवस्थाऐं पूरी तरह ठप्प है, मण्डी सचिव हरिशंकर दुबे द्वारा व्यापारियों को डराया-धमकाया जाता है कि उनके लायसेंस कैन्सिल कर देगा एवं उनके गोदामों पर छापा लगवा देगा और व्यापार बंद करवा देगा यदि इसके बदले व्यापारी उसे हर माह 25000 रूपये की रिश्वत नहीं देंगें तो,इस तरह की धमकियों से व्यापारियों में भी मण्डी सचिव की हठधर्मित के खिलापफ रोष है और वह भी कार्य करने में स्वयं को असहज महसूस करते है ।

सीएम को आज की जाएगी शिकायत

कुल मिलाकर मण्डी शिवपुरी में मण्डी सचिव हरिशंकर दुबे की हठधर्मिता, भ्रष्टाचारी व लूखसोट से मण्डी का हर प्राणी  परेशान है इसलिए मण्डी प्रबंधन में चुने गए जनप्रतिनिधियों, हम्माल एवं व्यापारियों ने मिलकर संयुक्त रूप से मण्डी सचिव हरिशंकर दुबे के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें निलंबित करते हुए न्यायिक जांच करते हुए कार्यवाही की मांग की है। इस संबंध में मुख्यमंत्री के आगमन पर भी मण्डी प्रबंधन अपनी शिकायत दर्ज कराएगा और यदि कार्यवाही नहीं होती है तो इस मामले पर मण्डी अध्यक्ष षंकर आदिवासी ने षासन व जिला प्रषासन के चेतावनी देते हुए आत्महत्या करने तक की धमकी दी है और कहा है कि यदि मेरे साथ किसी प्रकार की अनहोनी होती है तो इसके लिए जबाबदेह मण्डी सचिव हरिषंकर दुबे होंगें।