करैरा में अटल ज्योति के दर्शन को तरसे नागरिक, अटल कटौती जारी

शिवपुरी। शिवपुरी में जब 15 मई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अटल ज्योति अभियान का शुभारंभ कर संदेश दिया था कि अब पूरे जिले में 24 घंटे निरंतर बिजली मिलेगी तो लगभग 10 वर्षों से बिजली संकट भोग रहे नागरिकों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन बहुत जल्द ही जनता का भरोसा टूट गया। अभी अभियान का शुभारंभ हुए 10 दिन भी नहीं हुए कि जिला मुख्यालय पर भीषण गर्मी में पांच-पांच, छह-छह घंटे की बिजली कटौती से जनजीवन आक्रांत होने लगा है।

वहीं ब्लॉक मुख्यालयों में भी बिजली कटौती के ऐसे ही हालात हैं कि लोग अटल ज्योति के दर्शन को तरस रहे है और उसके बाद भी अटल ज्योति की कटौती निरंतर जारी है। करैरा तहसील मुख्यालय पर शुरू की गई अघोषित विघुत कटौती ने करैरा के वाशिंदो का दिन का चैन छीन लिया है और करैरा के वाशिंदे यहां कई दिनो से की जा रही कई -कई घंटों की कटौती से बुरी तरह त्रस्त बने हुये है।

विद्युत कटौती का आलम यह है कि विद्युत कटौती के चलते करैरा में आवश्यक सेवाएं भी प्रभावित हुये बिना नही रह सकी है। नगर की जल आपूर्ति व्यवस्था भी विघुत कटौती के परिणाम स्वरूप गड़बड़ा गई है। जिससे नागरिको का पेयजल की किल्लत का सामना करना पड रहा है। कोलारस, बदरवास, पोहरी में भी ऐसी ही स्थिति है। बिजली विभाग के अधिकारियों से जब इस बारे में पूछा जाता है तो पहले तो उनका मोबाइल ही नहीं उठता और कभी भूल से उठ भी जाता है तो जबाव है कि मेंटीनेंस के कारण बिजली काटी जा रही है।

शिवपुरी में पिछले चार-पांच दिन से कई इलाकों में सुबह 9 बजे बिजली काट दी जाती है और फिर बिजली के दर्शन कभी 2:30 बजे तो कभी 3:30 बजे होते हैं। जबकि यह समय भीषण गर्मी का होता है और घरों में गर्मी से छोटे-छोटे बच्चे बुरी तरह परेशान हो जाते हैं और उनके माता-पिता भाजपा सरकार को कोसने लगते हैं। दिन पर दिन बढ़ते पारे के कारण लोग बैचेन बने हुए है। ऐसे में विद्युत की अघोषित कटौती जले पर नमक का काम कर रही है। और लोगों में विद्युत महकमे के प्रति असंतोष बढता जा रहा है। ऐसे में अगर शीघ्र ही विद्युत की आपूर्ति नियमित नही की गई तो लोगो के सब्र का जाम कव छलक जाये और कव शांति भंग की स्थिति निर्मित हो जाये कहा नही जा सकता । सबसे मजे की बात तो यह है कि विघुत की करैरा मुख्यालय पर हो रही अघोषित कटौती पर स्थानीय सत्तापत्र के जन नुमाईदे एंव पार्टी के जिम्मेदार पदों पर बैठे नेताओं की चुप्पी लोगो की समक्ष से परे बन हुई है। जिन्हें अपनी सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन से जैसे कोई लेना देना ही नहीं है।

महकमे की लापरवाही के कई है नमूने

करैरा नगर में विजली विभाग के कर्मचारी अधिकारियों की लापरवाही के कई नमूने है जो आए दिन सामने आते रहते है और हादसों को निमत्रंण देते है। ऐसा ही एक मामला कल गुुरूवार को सुवह लगभग 10 बजे बीज भंडार रोड पर देखने को मिला जव मेन रोड पर निकली विद्युत लाइन के तारों में बस पर रखी एक साइकिल उलझकर हवा में लटक गई गनीमत यह रही कि जव यह घटना हुई उस समय कस्वे में विजली की आपूर्ति बंद थी अन्यथा बडा हादसा हो जाता और बस में करंट फैलने पर न जाने कितने लोग इस हादसे का षिकार होते यह पहला अवसर नही था जव ऐसी घटना घटित हुई बल्कि इससे पहले भी कई ऐसी घटनाए हो चुकी है। करैरा नगर के सडको एवं गलियों में बिछी विघुत लाइन के तार कई जगह इतने नीचे है कि राह चलता राहगीर यदि अपना हाथ ऊपर कर दे तो उसका हाथ इन बिजली  के तारो से टकरा जावेगा।

तो करेगे जन आंदोलन

नगर में हो रही अघोषित विजली कटौती के विरूद्ध अपनी आवाज बुलंद करते हुए वार्ड क्र. 14 के पार्षद दिलीप यादव ने विद्युत के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि करैरा में विद्युत कटौती बंद नही की गई तो  जन आंदोलन कर विद्युत अधिकारियों की खबर ली जायेगी।

योजना के अधूरे कार्य से हो रही है परेशानी

करैरा मुख्यालय पर विद्युत कटौती से इंकार करते हुए सहायक मंत्री श्री के.के. यादव ने बताया कि करैरा में कोई कटौती नही की  जा रही है। बल्कि फीडर पर चल रहे कार्य की वजह से विद्युत आपूर्ति बंद करना पड रही है। जिससे लोगो को परेशानी हो रही है। पत्रकारो द्वारा कार्य पूर्ण किये बिना ही योजना का शुभारंभ किये जाने के संबंध में पूॅछे जाने पर श्री यादव ने कहा कि योजना का कार्य  वर्तमान में सम्पूर्ण जिले में ही अधूरा पडा हुआ है। तथा कार्य पूर्ण किये बिना ही योजना का शुभारंभ किये जाने के कारण ही परेशानी आ रही है। ऐसा क्यों हुुआ है। उद्घाटन करने वाले ही जाने , हम कुछ नही कह सकते ।