सौतेले बाप ने किया 8 साल की बेटी का रेप और हत्या

शिवपुरी। इसे कलियुग की पराकाष्ठा ही कहेंगे कि आज हर रिश्ता कलंकित होता जा रहा है, जिले के नरवर थाना क्षेत्र के ग्राम कैरूआ में एक मासूम 8 वर्षीय बालिका की मौत का खुलासा पुलिस ने कर दिया। इस मामले में एसपी महेन्द्र सिंह सिकरवार गंभीरता से कार्य करते रहे और उन्हेांने घटना का जो खुलासा किया उससे सभी के होश उड़ गए।
बीती रात्रि को इस आठ वर्षीय पुत्री के साथ उसके ही सौतेले पिता ने शराब के नशे में उसे अपनी हवश का शिकार बनाया और पहचान हो जाने के बाद अपने ही पेंट से उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। बालिका की लाश ग्राम कैरूआ के जंगल में नाले के समीप पड़ी देखी गई जिस पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए परिजनों से पूछताछ की तो पूरा मामला सामने आया। मेडीकल रिपोर्ट ने भी बालिका से रेप की पुष्टि की है और पुलिस पूछताछ में आरोपी पिता ने भी अपना जुर्म कबूल कर लिया है।

पुलिस अधीक्षक महेन्द्र सिंह सिकरवार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बालिका अनीता (बदला हुआ नाम) बीती रात कैरूआ गांव में अपने माता-पिता के साथ सोई थी। रात 2 बजे वह बालिका अपने बिस्तर से गायब हो गई। उसके माता-पिता ने उसकी तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली। सुबह 11 बजे बालिका के जीजा रामकिशन आदिवासी ने सूचना दी कि कैरूआ जंगल के नाले में मधू की लाश पड़ी हुई है। इस सूचना पर उसके परिजन घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि मधू का शव नग्र अवस्था में पड़ा हुआ है और उसके गले में कपड़ेे से फांसी का फंदा लगाया गया है। प्रथम दृष्टि में ही यह स्पष्ट हो गया कि बालिका के साथ पहले बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। पीएम रिपोर्ट में बालिका के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई और पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध भादवि की धारा 376 और 302 का मामला पंजीबद्ध कर लिया। पुलिस ने अनुसंधान के पश्चात आरोपी दर्शन सिंह को गिरफ्तार कर लिया जो कि बालिका मधू का सौतेला पिता है।

हवश और संपत्ति के लालच में की थी हत्या

पुलिस ने इस मामले की जांच के दौरान पाया कि आरोपी दर्शन सिंह ने अपनी सौतेली पुत्री की हत्या हवश और संपत्ति के लालच में की। लेकिन झूठ पकड़े जाने के कारण वह पुलिस गिरफ्त में आ गया। एसपी महेन्द्र सिंह सिकरवार ने बताया कि दर्शन सिंह शक के घेरे में था। क्योंकि घर से बालिका किसी परिचित के साथ ही जा सकती थी। अंतिम बार वह दर्शन सिंह के साथ जाती देखी गई थी। घर पर शराब की बोतलें और ढक्कन मिले थे, लेकिन जब दर्शन सिंह से पूछा गया तो उसने कहा कि वह कभी शराब नहीं पीता। 

लेकिन मधू की मां ने पुष्टि की कि वह शराब पीता है। उसके झूठ से उस पर पुलिस का शक गहरा गया और पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने उगल दिया कि शराब के नशे में वह जानवर हो गया था और उसने अपनी पुत्री को बाहर ले जाकर उसे हवश का शिकार बना डाला। जब मधू ने रोते हुए कहा कि वह इसकी शिकायत करेगी तो उसने अपने पेंट से गला कसकर उसकी हत्या कर दी। दर्शन सिंह ने कहा कि मधू के पिता रामसिंह की जमीन पर भी उसकी नजर थी। इस कारण भी उसने मधू की जान ली।