खाकी वर्दी लगी थी कमाई में और जनता होती रही परेशान

शिवपुरी।  एक ओर यातायात को व्यवस्थित करने के लिए यातायात पुलिस अपनी वसूली में जुटी रही तो वहीं गत दिवस अच्छा सहालग होने के कारण बाजार में जाम जैसे हालात नजर आए। इस मामले में पुलिस ने नियम कायदों की परवाह नहीं की और अपनी वसूली में तल्लीन यातायात पुलिस की इस कार्यप्रणाली से आमजन को काफी परेशानी हुई। ऐसे में आमजन यह कोसता नजर आया कि पुलिस को अपनी वसूली से मतलब है आमजन की पीड़ा से तो जैसे उसे कोई वास्ता ही नहीं।

वर्तमान समय में यातायात व्यवस्था की जो हालत शिवपुरी में है उसका अंदाजा कल बारातों के  चलते निर्मित हुए जाम के हालतों से लगाया जा सकता है। माधव चौक चौराहे पर तो पुलिस चालान काटने में मशगूल रही, लेकिन शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने को भूल गई और यातायात विभाग की इस भूल का खामियाजा नागरिकों को उठाना पड़ा। 

हुआ यूं कि कल शादी-विवाह के चलते पूरे शहरभर में भीड़भाड़ थी और बारातें निकालने के लिए लॉज और होटलों के आगे बैण्ड-बाजे घंटों पहले ही खड़े हो गए थे जिससे पूरा रास्ता अवरूद्ध हो गया। माधव चौक से लेकर छत्री रोड पर स्थित जैन मंदिर तक एक घंटे तक जाम लगा रहा। वाहन दोनों तरफ से फस गए। लेकिन माधव चौक पर पुलिस विभाग चालान काटते रहे। जाम की सूचना लोगों ने यातायातकर्मियों को  दी। लेकिन यातायात विभाग के कथित पुलिसकर्मियों ने यातायात व्यवस्था बहाल करने की कोई भी कोशिश नहीं की और चौराहे पर वाहनों को पकडऩे में लगे रहे। 

करीब 1 घंटे तक लगे इस जाम से जहां कुछ लोगों को जल्दी जाना था वह जाम में फसने के कारण नहीं जा सके। इस भयानक जाम ने लोगों को इतना बेहाल कर दिया कि वह यातायात विभाग को कोसते हुए नजर आए। जाम में फसे लोग जल्दी निकलने के चक्कर में अपने वाहनों को इधर-उधर से निकालने के लिए प्रयास करते रहे, लेकिन वाहनों के फस जाने के कारण यह स्थिति और भयाभय हो गई और बाद में नागरिकों ने ही मोर्चा संभाला और एक-एक कर वाहनों को निकाला और धीरे-धीरे कर यह स्थिति सामान्य हो गई और यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से शुरू हो सकी। इतना कुछ होने के बावजूद भी यातायात विभाग कतई भी सक्रिय नहीं दिखा और चौराहे पर ही खड़ा हुआ नजर आया।