शिवपुरी में ऐतिहासिक स्वैच्छिक बंद झकझोर गया हर जनमानस को

शिवपुरी-शिवपुरी के इतिहास में आज तक ऐसी जनभावना कभी नहीं भड़की जो अपहृत उत्सव गोयल की मौत के बाद भड़की। यहां ना तो किसी ने किसी को प्रेरित किया और ना ही किसी ने इस मामले में अपने आपको अपने आक्रोश पर काबू पाने से रोक सका।

यही वजह रही कि शिवपुरी में 2 मार्च को अपहृत उत्सव की मौत की खबर 4 मार्च को मिली तो पूरे नगर में जगह-जगह तोडफ़ोड़, हिंसा, आगजनी की घटना सामने आई और इस उपद्रव में कोई और नहीं बल्कि वे लोग शामिल हुए जिनकी भावनाऐं स्वयं पर काबू नहीं कर पाई और यह जनमानस अपनी संवेदनाऐं व्यक्त करने घरों से बाहर निकल आए और देखते ही देखते शिवपुरी का यह बंद व  उपद्रव एक इतिहास बन गया।

 जिसमें शिवपुरी को स्थायित्व प्रदान करने वाले माधौ महाराज की प्रतिमा को भी आक्रोशित भीड़ ने नहीं बख्शा। यह संदेश है कि उन सभी शिवपुरी और मॉं-बाप को जिनके हृदय में अपने पुत्र और पुत्रियों के प्रति कितना मोह रहता है निश्चित रूप से यह हृदय की भावना को झकझोर देता है और उसका परिणाम हमें ऐसा देखने में मिलता है।

अपहृत छात्र उत्सव गोयल की हत्या में पुलिस लापरवाही के खिलाफ जिला कांग्रेस द्वारा आयोजित शिवपुरी बंद के आव्हान के तहत आज शहर के सभी प्रमुख बाजार ऐतिहासिक रूप से बंद रहे। खास बात तो यह रही कि बंद समर्थकों की अनुपस्थिति के बावजूद भी व्यापारियों ने स्वेच्छा से बंद रखकर संदेश दिया कि उत्सव गोयल की हत्या के शोक में वे उसके परिवार के साथ हैं। साथ ही पुलिस प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजी का भी इजहार किया।

सुबह-सुबह पुलिस प्रशासन ने माधव चौक पर बंद करा रहे चार कांगे्रसियों पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी, सांसद प्रतिनिधि हरवीर सिंह रघुवंशी, कांग्रेस पार्षद दल के नेता रामसिंह यादव और सोनू राजावत को गिरफ्तार कर लिया और अनेक कांग्रेसियों को जिला कांग्रेस कार्यालय में एक तरह से नजरबंद कर दिया था। इक्का-दुक्का कांग्रेसी अवश्य बाजार में घूमकर बंद का शंखनाद करते देखे गए। जिला कांग्रेस कार्यालय के बाहर अध्यक्ष रामसिंह यादव के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन अतिरिक्त कलेक्टर डीके जैन को सौंपा।

ज्ञापन में मांग की गई थी कि गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता के इस्तीफे के साथ एसपी आरपी सिंह और टीआई दिलीप सिंह यादव के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। कार्रवाई होने तक कांग्रेस का यह आंदोलन जारी रहेगा। कांग्रेस ने आज शिवपुरी जिले के बंद का आव्हान किया था। आज सुबह लगभग 8:30 बजे पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी के नेतृत्व में कांग्रेसियों का एक दल मोटरसाइकिल पर माधव चौक क्षेत्र में बाजार बंद कराने निकला। उसी समय पुलिस का फ्लेग मार्च निकल रहा था।

 मौके पर मौजूद कलेक्टर आरके जैन और एसपी आरपी सिंह ने कांग्रेसियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। उन पर धारा 144 के उल्लंघन का आरोप मढ़ा गया। पूर्व विधायक रघुवंशी ने गिरफ्तारी का विरोध किया, लेकिन एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के निर्देश पर पुलिस बल ने सख्ती के साथ उन्हें गाड़ी में बिठा दिया। गिरफ्तारी के बाद कांग्रेसियों ने गाड़ी में जोर-शोर से नारेबाजी की और कहा कि धारा 144 का उल्लंघन न करने के बाद भी तानाशाहीपूर्ण तरीके से उनकी गिरफ्तारी की गई है।

बंद की घोषणा के कारण भारी पुलिसबल बुला लिया गया था। कांग्रेसियों की घेराबंदी करने की प्रशासन ने पूरी रणनीति बना रखी थी और इसी रणनीति के तहत जिला कांगे्रस कार्यालय के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। यहां कांग्रेसियों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, लेकिन पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला और शहर कांगे्रस अध्यक्ष राकेश जैन आमोल की पुलिस अधिकारियों से झड़प हुई। दोनों कांग्रेसियों का कहना था कि जिला कांग्रेस कार्यालय पर पदाधिकारियों की आपात बैठक बुलाई गई है।

इसलिए किस हैसियत और किस कानून के तहत पदाधिकारियों को आने से रोका जा रहा है। काफी हील हुज्जत के बाद जिला कांग्रेस द्वारा तैयार की गई सूची के तहत पदाधिकारियों को आने की अनुमति प्रदान की गई। जिला कांग्रेस कार्यालय में उपाध्यक्ष बैजनाथ सिंह यादव, हरिवल्लभ शुक्ला, राकेश जैन आमोल, सफ्दरबेग मिर्जा, अब्दुल रफीक अप्पल, जीतू रघुवंशी, राजेश यादव, मुन्नालाल कुशवाह, खलील खान, रामकुमार शर्मा, अवतार सिंह गुर्जर, विजय सिंह चौहान, वासिद अली सहित अनेक कांग्रेसी एकत्रित हो गए। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार उक्त कांग्रेसियों को पुलिस ने नजरबंद कर लिया था। लेकिन बाहर घूम रहे छुटपुट कांग्रेसी बाजार बंद कराते हुए देखे गए।

जिला कांग्रेस कार्यालय में मौजूद कांग्रेसियों ने रामसिंह यादव के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा और गृहमंत्री के इस्तीफे के अलावा एसपी और टीआई के निलंबन की मांग की। उधर शहर के सभी प्रमुख बाजार सुबह से ही बंद रहे। माधव चौक, गांधी चौक, सदर बाजार, कोर्ट रोड, आर्य समाज रोड, धर्मशाला रोड, हलवाई खाना, पुरानी शिवपुरी, एबी रोड, कमलागंज, फिजीकल क्षेत्र सहित लगभग पूरे शहर में दुकानें बंद रहीं और नागरिक खाने-पीने की वस्तुओं के लिए तरसते भी देखे गए। सिनेमाघर और पेट्रोल पंप भी बंद रहे। हालांकि बंद से छूट के कारण मेडीकल स्टोर और स्कूल खुले रहे। हालांकि स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति काफी कम देखी गई।

तहसील मुख्यालयों पर भी रहा बंद

जिला कांग्रेस द्वारा आयोजित शिवपुरी जिला बंद का असर तहसील मुख्यालयों पर भी देखने को मिला। जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव के अनुसार करैरा, पोहरी, नरवर, कोलारस आदि में बाजार बंद रहे। अन्य तहसील मुख्यालयों पर भी बंद का अच्छा खासा असर देखने को मिला।