फिलहाल रणवीर पर ही रहेगा अध्यक्ष का कार्यभार

शिवपुरी-भाजपा में नए जिलाध्यक्ष को लेकर चल रही राजनीति के बीच फिलहाल किसी एक नाम पर पार्टी में सहमति नहीं बन पा रही है। आम सहमति ना बन पाने के कारण फिलहाल ऊपरी स्तर तक पार्टी के वरिष्ठ नेता वर्तमान जिलाध्यक्ष रणवीर रावत को ही जिलाध्यक्ष बनाए हुए है और उनके नेतृत्व में ही 25 फरवरी से शुरू हो रहा महा जनसंपर्क अभियान शुरू होगा।

इस अभियान को लेकर रणवीर रावत के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ता जुट चुके है। रणवीर रावत के जिलाध्यक्षी कार्यकाल में सन् 2008 में भाजपा को बड़े स्तर पर सफलता मिली। उनके ही कार्यकाल में पार्टी को जिले में आगे बढ़ाने में मदद मिली। इसके अलावा कार्यकर्ताओं को एक सूत्र में बांधने का कार्य भी बड़े ही सफलतापूर्वक ढंग से रणवीर रावत ने किया। पिछली परफार्मेंन्स को देखते हुए भोपाल में बैठे वरिष्ठ नेता रणवीर रावत को ही पुन: जिम्मेदारी देने के मूड में है मगर ग्वालियर सांसद यशोधरा के बीटों के कारण फुल फ्रेश आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हो पाई है। 

भोपाल से जुड़े पार्टी सूत्रों ने बताया है कि पूरे प्रदेश में जिन 12 जिलों में भाजपा जिलाध्यक्षों की घोषणा नहीं हो पाई है वहां वर्तमान जिलाध्यक्ष ही कामकाज संभालेंगें। इसी क्रम में रणवीर रावत भी शिवपुरी में भाजपा के सर्वेसर्वा होंगें। पूर्व के अनुभव और सफलतापूर्वक पार्टी के कामकाजों को पूरा करने की उनकी परफार्मेंन्स को देखते हुए रणवीर रावत को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर और संगठन महामंत्री अरविन्द मेनन ने 25 फरवरी से शुरू हो रहे महा जनसंपर्क अभियान की बागडोर सौंपी है।  

म.प्र. में पुन: प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद नरेन्द्र सिंह तोमर के नेतृत्व में प्रथम अभियान 25 फरवरी से शुरू हो रहा है। इसे शिवपुरी में सफलतापूर्वक संपन्न करना रणवीर के कंधों पर सौंपा गया है। इस अभियान की सफलता को लेकर वर्तमान जिलाध्यक्ष रणवीर रावत ने बागडोर संभाली है। कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सौंप दी गई है। जिलाध्यक्ष रणवीर रावत ने इस महाअभियान को लेकर कार्यकर्ताओं को शिवराज सरकार की जनहितैषी नीतियों को निचले स्तर तक पहुंचाने का निर्देश दिया है और अभियान की सफलता के लिए पूरी ताकत झोंकने के निर्देश दिए है। 


अधिकांश कार्यकर्ता भी चाहते हैं कि रणवीर को मिले जिम्मेदारी


जिलाध्यक्षी की घोषणा का मामला लटकने के बाद पार्टी के अधिकांश कार्यकर्ताओं की भी इच्छा यह है कि वर्तमान जिलाध्यक्ष रणवीर रावत को ही पुन: शिवपुरी का जिलाध्यक्ष बनाया जाए। सूत्र बताते हैं कि अधिकांश भाजपा मण्डल अध्यक्ष रणवीर के पक्ष में है। जिले के वरिष्ठ नेताओं में कुछ ही नेता उनके विरोध में है जिसमें से यशोधरा राजे ङ्क्षसधिया द्वारा खुलकर विरोध अपने समर्थकों के जरिए बीते दिनों प्रदर्शित किया गया। इसी कारण से मामला लटक गया लेकिन पिछला कार्यकाल रणवीर रावत का देखा जाए तो पार्टी के कार्यकर्ताओं को एक सूत्र में बांधकर दल की नीतियों को आगे बढ़ाने का काम सफलतापूर्वक उनके कार्यकाल में हुआ। पिछले कार्यकाल की सफलता को देखते हुए प्रदेश के कई वरिष्ठ नेता भी रणवीर के पक्ष में सहमत है अब देखना यह है कि 25 फरवरी से शुरू हो रहे महाजनसंपर्क अभियान के बाद अधिकारिक तौर पर नए जिलाध्यक्ष की घोषणा हो पाती है की नहीं।