आयकर विभाग की कार्यवाही से जमीन माफियाओं में हड़कंप

शिवपुरी -शिवपुरी में कौडिय़ों के दाम खरीदी गई जमीनों से करोड़पति बन बैठे कई जमीन माफियाओं के चेहरे पर इन दिनों चिंता की लकीरें देखी जा रही है। खबर है कि सोमवार को जिस प्रकार से आयकर विभाग ने शहर के दो बड़े व्यापारियों के घर एवं प्रतिष्ठान पर छापामार कार्यवाही की उससे करोड़ों के आसामी कुछ जमीन माफियाओं में हड़कंप का माहौल है।


जमीन के कारोबार से फक्कड़ से करोड़पति बन बैठे कुछ धन्नासेठों के बारे में आयकर विभाग ने व्यक्तिगत स्तर से सर्वे करके कुछ जानकारी एकत्रित की है जिसमें शिवपुरी के दो दर्जन से अधिक लोगों के नाम वाली सूची तैयार की गई है। जिन पर आने वाले दिनों में आयकर विभाग शिकंजा कस सकता है। 

सूत्र बताते हैं कि शिवपुरी में कल तक जिनके पास खाने के लाले थे उन्होंने जमीन के कारोबार ब्लैकमनी से करोड़ों रूपया कमा लिया है। शिवपुरी की जमीनों में निवेश करने के बाद करोड़ों का मुनाफा कमा चुके इन लोगों ने आय के अनुसार आयकर विभाग को टैक्स जमा नहीं किया और करोड़ों रूपये की संपत्तियां इन लोगों ने जोड़ ली है। सूत्रों का कहना है कि आयकर विभाग ने ऐसे लोगों की सूची तैयार की है। इस सूची में शिवपुरी के दो दर्जन से अधिक लोगों के नाम बताए जा रहे है। खबर है कि कुछ उद्योगपति भी इसमें शामिल है जिन्होंने भू-माफियाओं के साथ मिलकर जमीनों में पैसा निवेश किया और करोड़पति बन बैठे। सोमवार को जिस प्रकार से शहर के दो बड़े उद्योगपति चन्द्रकुमार जैन पत्ते वाले एवं तेजमल सांखला के यहां आयकर विभाग ने छापामार कर सर्वे की कार्यवाही की है उससे इन जमीन माफियाओं में हड़कंप का माहौल है। 


रजिस्ट्रार कार्यालय से भी ली गई है जानकारी


सूत्र बताते हैं कि पिछले पांच साल में शिवपुरी के रजिस्ट्रार कार्यालय में लाखों रूपये पंजीयन के रूप में चुकता करके कुछ लोगों ने बेशकीमती जमीनों की रजिस्ट्रायां कराई है। इन रजिस्ट्रीयों में लाखों रूपये के स्टाम्प बतौर रजिस्ट्री लगाए गए है। इन रजिस्ट्रीयों पर अब आयकर विभाग की नजर है। सूत्र बताते हैं कि रजिस्ट्रार कार्यालय से भी इस बारे में जानकारी एकत्रित की जा रही है। सूत्र बताते हैं कि पिछले कुछ दिनों पहले स्थानीय कुछ लोगों ने आयकर विभाग को करोड़ों रूपये की जमीन के सौदों में शिकायत की थी जिसके बाद रजिस्ट्रार कार्यालय से ऐसी रजिस्ट्रीयों के बारे में जानकारी एकत्रित की गई जिसमें लाखों रूपये के स्टाम्प का टैक्स चुकाया गया। 


खबर हुई लीक


सूत्र बताते हैं कि सोमवार को भोपाल, ग्वालियर से आए आयकर की टीम के बारे में शिवपुरी में खबर लीक हो गई थी। शहर के दो बड़े व्यावसाईयों के प्रतिष्ठान व निवास पर जब छापामार कार्यवाही की जा रही थी उससे पहले इस खबर को विभाग के ही कुछ लोगों ने शिवपुरी में लीक कर दिया। इसका परिणाम यह रहा कि जिस स्तर पर दोनों व्यापारियों के यहां पर आयकर की चोरी पकड़ी जाना चाहिए थी वह नहीं पकड़ी गई। खबर कहां से लीक हुई इसके बारे में विभागीय अधिकारी अब पता करने की कोशिश में है। सूत्र बताते हैं कि शिवपुरी स्तर से इस खबर को लीक किया गया था।