बदरवास में सीएसी की चैकिंग चर्चा में

शिवपुरी- जिले के बदरवास क्षेत्र में इन दिनों संकुल प्राचार्य द्वारा बनाए गए सीएसी के चैकिंग अभियान की खबरें चर्चा में बनी हुई  है। यहां सीएसी को प्रभार स्वरूप जो विद्यालय चैकिंग के लिए दिए गए है उनमें से एक विद्यालय में तो स्वयं इनकी पत्नी पदस्थ है जिसे वह अपने पति को मिली जिम्मेदारी का भरपूर फायदा उठा रही है।

यहां बताया गया है कि सीएसी द्वारा इस विद्यालय में शिक्षिका के रूप में पदस्थ पत्नि की अनुपस्थिति के बाद भी उपस्थिति दर्ज दर्शाई जाती है। ग्रामवासियों ने मामले की जांच की मांग कर सीएसी से इस विद्यालय का प्रभार हटाने की मांग की है। 

जानकारी के अनुसार जिले के बदरवास क्षेत्र में पदस्थ संकुल प्राचार्य राकेश शर्मा ने जन शिक्षा केन्द्र के अंतर्गत संचालित विद्यालयों में निरीक्षण हेतु सीएसी नियुक्त किए है। इसी नियुक्ति के रूप में बदरवास में सीएसी संजीव भार्गव पर भी ग्राम सुमैला व अन्य विद्यालय का प्रभार सौंपकर जिम्मेदारी दी गई है। जिस ग्राम सुमैला में संजीव भार्गव को सीएसी बनाकर यहां चैकिंग की ड्यूटी सौंपी गई है इसी विद्यालय में इनकी पत्नी अनुराधा भार्गव भी पदस्थ है जिससे यहां साफतौर पर यह इंगित होता है कि ग्राम सुमैला में निरीक्षण के कार्यों पर सवालिया निशान लगना तय है। 

बताया गया है कि ग्राम सुमैला में पदस्थ शिक्षिक अनुराधा भार्गव कई-कई दिनों तक स्कूल नहीं आती लेकिन यहांद कागजों में इनकी उपस्थिति दर्ज दर्शाई जाती है। ऐसे में बताया गया है कि सीएसी के रूप में इनके पति संजीव भार्गव यह खानापूर्ति स्वयं कर रहे है। जब इस संबंध में संकुल प्राचार्य राकेश शर्मा से बात की गई तो उनका कहना था कि जन शिक्षा केन्द्रों के अंतर्गत विद्यालयों के शिक्षण गतिविधियों के लिए निरीक्षण के तौर पर सीएसी को यह जिम्मेदारी दी जाती है इसी क्रम में संजीव भार्गव भी निरीक्षण करते है लेकिन ग्राम सुमैला में जांच के नाम पर जो कार्य किया जा रहा है उसके बारे में संकुल प्राचार्य श्री शर्मा कहते है कि यदि यहां कुछ गलत हो रहा है तो इस मैं मामले को दिखवाउंगा और स्वयं जांच करूंगा। 

ग्राम सुमैला के ग्रामीणों ने सीएसी का प्रभार संभाले संजीव भार्गव को अन्य विद्यालय निरीक्षण का प्रभार दिए जाने की मांग की है क्योंकि यहां उनकी पत्नी पदस्थ है इसलिए वह अपने कर्तव्य का निर्वाह ठीक प्रकार से नहीं निभा पाऐंगें।