राजनीति के मैदान में नेताओं के फर्जी पीए सक्रिय!

शिवपुरी- शिवपुरी की राजनीति में इन दिनों नेताओं के फर्जी पीए बड़ी संख्या में सक्रिय होकर राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे है। जिले में कई जनप्रतिनिधियों के फर्जी पीए सक्रिय है। जिन विधायक व जिला पंचायत से जुड़े जनप्रतिनिधियों को एक से अधिक पीए रखने का अधिकार नहीं है लेकिन इन जनप्रतिनिधियों के एक से अधिक कथित पीए सक्रिय होकर फर्जी तौर पर अपने आप को नेताओं का पीए बताकर प्रशासनिक गलियारों में गलत तरीके से फायदा उठा रहे है।

सूत्र बताते हैं कि शिवपुरी के करीब आधा दर्जन जनप्रतिनिधियों के यहां अनाधिकृत तौर पर सरकारी कर्मचारी अटैच है और इनमें से कई अनाधिकृत तौर से अपने आप को नेताजी का पीए बताकर राजनीतिक एवं प्रशासनिक गलियारों में सुर्खियां पा रहे है। 

सूत्र बताते हैं कि जिला पंचायत में ही एक जनप्रतिनिधि के पास पांच-पांच कर्मचारी अटैच है जबकि इनके वास्तविक पीए नियमानुसार एक होना चाहिए लेकिन जिला पंचायत के इन जनप्रतिनिधि महोदय के यहां पांच-पांच कथित पीए काम कर रहे है और सरकारी अधिकारियों को यह जिला पंचायत के जनप्रतिनिधि का अपना पीए ही बताते है। सूत्रों का कहना है कि जिला पंचायत के इस जनप्रतिनिधि के यहां नियमों को ताक पर रखकर कर्मचारियों का अटैचमेंट किया गया है। 

सत्ताधारी दल से जुड़े होने के कारण नेताजी के आगे अधिकारी भी कुछ नहीं कह पाते और गलत तरीके से चल रहे अटैचमेंट पर कार्यवाही भीनहीं हो पा रही है। इसी तरह भाजपा के दो विधायकों के यहां भी दो-दो पीए  फर्जी तौर पर सक्रिय है। नियमानुसार सत्ताधारी दल से जुड़े इन विधायकों पर एक पीए होना चाहिए मगर प्रशासनिक गलियारों में इनके दो-दो पीए कामकाज देख रहे है अब इनमें से कौन सा पीए असली है और कौन सा पीए फर्जी है यह तो विधायक महोदय ही बता सकते है। मगर विधायक महोदय से जब इस मामले में पूछा जाता है तो वह अपना एक ही पीए बताते है लेकिन पर्दे के पीछे से फर्जी पीए कलेक्टर से लेकर अन्य अधिकारियों को विधायक का पीए ही बताते है। 


सांसद का भी एक फर्जी पीए


कांग्रेस के एक सांसद का भी शिवपुरी में फर्जी पीए सक्रिय है। नंदू नाम का यह पीए अपने आप को कांग्रेस सांसद का पीए बताकर  अधिकारियों पर जमकर रौब झाड़ता है। सूत्र बताते है कि यह सांसद का पीए नहीं है बल्कि कार्यालय सहायक है और सरकारी कार्यालय से अटैचमेंट पर है मगर इस नंदू नामक कथित पीए को कांग्रेस के कार्यक्रमों में भी सक्रिय देखा जाता है। सूत्र बताते है कि सांसद का असली पीए तो दिल्ली के हैं मगर नंदू भाई अंचल में कांग्रेस नेताओं व सांसद के पीए होने का गलत उपयोग कर रहे है और लाभ उठा रहे है। सूत्र बताते है कि इस नंदू नामक कथित पीए की शिकायतें कुछ कांग्रेस नेताओं ने वरिष्ठ नेताओं को भी की है मगर इस कथित पीए को नेताजी द्वारा समझाईश के बाद भी इस कथित पीए पर कोई असर नहीं हो रहा है और खुल्लमखुल्ला यह अपने आपको सांसद का पीए बताकर प्रचारित भी करता है। इतना ही नहीं सरकारी अफसरों पर भी जमकर रौब झाड़ते हुए इस कथित पीए को देखा जा सकता है।