बारिश से गिरे ओलों ने पहुंचाया फसलों को नुकसान, किसान हुए बर्बाद

शिवपुरी/कोलारस -अंचल भर में दो दिनों से हो रही बारिश का कहर मासूम किसानों की फसलों पर पड़ा है। ऐसे में जिले के कोलारस एवं बदरवास क्षेत्र में कृषकों की हजारों बीघा में खड़ी चना व गेहॅं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। कृषि पर आधरित कृषक तो जैसे अपना जीवन ही बर्बाद कर चुका हो ऐसे हालात निर्मित हुए है। स्थानीय जिला स्तर पर प्रशासन भी किसानों को हर संभव सहायता देने की बात कह रहा है तो वहीं जिले के कोलारस क्षेत्र में तहसीलदार ने भी पटवारियों व कृषि विभाग से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है और कृषकों को हर संभव सहायता मुहैया कराने की बात कही है।

जिले के कोलारस क्षेत्र में तो हालात और भी ज्यादा बिगड़े है। यहां लगभग दर्जनों ग्रामों में दो दिन से गिर रहे ओलों ने पूरी फसल को चौपट कर दिया है। कोलारस के ग्राम चनैनी, भटुआ, बरखेड़ा, मौहरा, सिरनौदा, मितौजी सहित बदरवास के भी दर्जनों ग्रामों में दो दिनी बारिश से हर जगह फसलें चौपट हुई है। यहां के ग्रामीणजनों कैलाश पाठक, गजराज सिंह यादव, सुघर सिंह यादव, संत कुमार पाठक, मानसिंह यादव, सोबरन यादव, कृपाल सिहं चौहान ने अपनी व्यथा सुनाते हुए बताया कि हम तो केवल फसलों पर ही आश्रित है ऐसे में विधाता ने हम पर जो कहर ढाया है उसकी भरपाई कैसे हो, शासन के द्वारा यदि हमें पर्याप्त मुआवजा दिया तब ही हमें कुछ राहत मिल सकेगी अन्यथा हम तो बर्बाद हो चुके है।

यहां कोलारस से महज 9 किमी दूर स्थित ग्राम सरजापुर में ओलों का कहर देखने को मिला जिसमें लगभग 40 प्रतिशत फसल ओलों के गिरने से चौपट हो गई है वहीं चने पर ओले गिरने से यहां कृषकों की कहावत में घैंटी भी पूरी तरह से झड़ गई है जिससे चना व गेहॅंू की दोनों फसलों को ही नुकसान पहुंचा है। सभी कृषकों ने जिला प्रशासन से इस प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए राहत राशि के रूप में मुआवजे की मांग की है ताकि यह कृषक अपने परिवार को पुन: पटरी पर ला सकें।


बारिश से दुकान में भरा पानी तो पाटौर गिरने से बैल की हुई मौत


जिले के बदरवास क्षेत्र में दो दिन बारिश का कहर एक दुकानदार सुरेश अग्रवाल पर टूटा जहां वर्षों से संचालित इस दुकान में अब पंच परमेश्वर योजना के तहत बने खरंजे से नीचे तल में रह गई दुकान में पानी भर गया। जिससे दुकान में रखा राशन का सामान जिसमें गेहॅंू, शक्कर, चावल, सोयाबीन सहित अन्य खाद्यान्न सामान पूरी तरह से पानी में मिलकर बर्बाद हो गया है। वहीं दूसरी ओर बदरवास में ही नत्थू धाकड़ देशवारी की पाटौर गिरने से उसमें बंधे बैल की मौत हो गई। क्योंकि बारिश से पाटौर ढह गई और बैल इसकी चपेट में आ गया। पीडि़त ने भी शासन की ओर से राहत राशि की मांग की है।

क्या कहते हैं अधिकारी-
एग्रीकल्चर विभाग और पटवारियों को निर्देश दिए है कि वह सर्वे करें और सर्वे के बाद जो परिणाम आऐंगें तब आगे की कार्यवाही की जाएगी किसानों को हुए नुकसान की हर संभव भरपाई करने की कोशिश की जाएगी।

नवनीत शर्मा
तहसीलदार, कोलारस
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