अस्पताल गेट पर हुआ प्रसव, योजनाऐं फैल

शिवपुरी- जिला अस्पताल के गेट पर सुरक्षा गार्डों के अमानवीय व्यवहार के कारण प्रसूता महिला ने वहीं बच्चे को जन्म दे दिया। बाद में जच्चा और बच्चा दोनों को मेटरनिटी वार्ड में ले जाया गया। जहां दोनों की हालत ठीक बताई जाती है।

महिला के जेठ नरेश रावत ने बताया कि गांव में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता न मिलने से वे अपनी बहू गिरजा रावत को मोटरसाईकिल से लेकर अस्पताल आए जहां सुरक्षा गार्डों ने उन्हें मोटरसाईकिल बाहर ही रखने को कहा और अंदर नहीं आने दिया। परिणाम यह हुआ कि उनकी बहू ने गेट पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। 

जानकारी के अनुसार आज सुबह 6:30 बजे के लगभग श्रीमती गिरजा पत्नि महेन्द्र रावत निवासी बेरजा को प्रसव पीड़ा हुई। इस पर उनके परिजनों ने गांव में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिलीं तो इस पर दो मोटरसाईकिलों से महिला के परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल आ गए। बताया जाता है कि सुरक्षा गार्डों ने उन्हें अस्पताल में घुसने नहीं दिया और कहा कि पहले मोटरसाईकिल बाहर स्टेण्ड पर रखकर आओ।

जब महिला के परिजनों ने बताया कि गिरजा को प्रसव पीड़ा हो रही है। इसलिए अंदर जाने दिया जाए, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद मोटरसाईकिल बाहर रखकर जब परिजन महिला के साथ अस्पताल में अंदर आने लगे तो गेट पर ही प्रसूता महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया। 

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