फिर ली दहेज प्रताडऩा ने नवविवाहिता की जान

शिवपुरी-दहेज लोभियों की बढ़ती चाहतों ने वर्तमान समय में नव विवाहिता को खासा परेशान कर दिया है जबकि देखो कहीं न कहीं कोई ना कोई नव विवाहिता दहेज लोभियों के द्वारा दी जाने वाली प्रताडऩा से इतनी तंग हो जाती है कि उसके पास सिवाय आत्महत्या को और कोई रास्ता नहीं बचता।

इसी प्रकार का एक और मामला सामने आया है कोलारस क्षेत्र में जहां अप्रैल 2012 में विवाहित हुई एक महिला को दहेज लोभियों ने दहेज के लिए प्रताडि़त किया जब वह ऐसा करने में असमर्थ रही और प्रताडऩा नहीं सह पाई तो आखिरकार विवाह के 9 माह बाद उसने आत्महत्या लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। नव विवाहिता के इस मामले की जांच कोलारस एसडीओपी मोहन सिंह सक्तावत ने की और पूरे मामले की जांच उपरांत नव विवाहिता की मौत के मामले में ससुरालीजनों को दोषी पाया और ज्ञात हुआ कि नव विवाहिता ने अपने ससुरालीजनों की दहेज प्रताडऩा के कारण आत्महत्या की है। जांच में यह भी सामने आया कि रवीना का पति, सास और ससुर रवीना से दहेज के रूप में मोटरसाईकिल और उसके पिता की जमीन से हिस्सा मांगते थे। पुलिस ने आरोपी पति सहित सास और ससुर पर धारा 304 बी का मामला दर्ज कर लिया था। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार कोलारस के ग्राम टेहटा निवासी रवीना का विवाह अप्रैल 2012 में ग्राम मुरगर थाना इंदार के रहने वाले दीपक जाटव से हुआ था। विवाह के बाद रवीना अपने के  साथ सुखपूर्वक रहने लगी, लेकिन कुछ समय बीत जाने के बाद उसके ससुरालीजनों के मन में लोभ उत्पन्न हो गया और रवीना का पति दीपक सास बैजंती और ससुर लालबहादुर रवीना को आए दिन प्रताडित करने लगे। 

इस बीच आरोपियों ने रवीना की कई बार मारपीट भी की और रवीना से अपने मायके जाकर एक मोटरसाईकिल लाने और उसके पिता की जमीन में से कुछ हिस्सा दीपक के नाम कराने के लिए कहा, लेकिन रवीना ने जमीन और मोटरसाईकिल देने के लिए अपने पिता की ओर से असमर्थता जताई। जिसके बाद आरोपी रवीना को प्रताडि़त करने लगे। इन लोगों की प्रताडऩा को सहन करते-करते रवीना थक गई और उसने चार जनवरी को अपने घर पर फांसी लगा ली और अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।