शिक्षा अधिकारी के भ्रष्टाचार पर बिफरी जिपं सदस्य विभा रघुवंशी

शिवपुरी- अभी हाल में सम्पन्न हुई जिला पंचायत की साधारण सभा की बैठक में जिपं सदस्य श्रीमती विभा रघुवंशी ने शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोला। एक ओर जहां उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए वहीं डीपीसी को तानाशाह बताते हुए उन पर शिक्षकों के मानसिक शोषण का आरोप लगाया।

बैठक  में श्रीमती रघुवंशी ने प्रश्र उठाया कि पिछले माह जनवरी में हुई प्रमोशन की काउंसलिंग को 45 दिन से अधिक हो जाने के बाद भी जिला शिक्षा अधिकारी ने कोई सूची जारी नहीं की साथ ही उन पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी बीएस देशलहरा द्वारा प्रमोशन सूची को रोका गया है और शिवपुरी में पद स्थापना कराने के एबज में 25 से 35 हजार रूपये   भी लिए गए हैं। उन्होंने मांग की है कि सूची सात दिनों में जारी की जाए या जिला प्रशासन की देखरेख में फिर से काउंसलिंग की जाए। साथ ही श्रीमती रघुवंशी ने डीपीसी शिरोमणि दुबे को तानाशाह की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि श्री दुबे शिक्षकों को प्रताडि़त कर रहे हैं। साथ ही निरीक्षण के नाम पर 15 से लेकर 30 दिन का वेतन भी काट रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह अंग्रेजों के नक्शे कदम पर चल रहे हैं वहीं अगर कोई शिक्षक किन्हीं कारणों से दस मिनिट लेट भी हो जाता है तो उनका एक दिन का वेतन काट दिया जाता है।

डीपीसी के इस कृत्य की जिपं सदस्य श्रीमती विभा रघुवंशी ने निंदा की है साथ ही श्री दुबे को सीख भी दी है कि अगर वह भ्रष्टाचार मिटाना चाहते हैं तो पहले वह अपने आप का आंकलन करें। बैठक में श्रीमती रघुवंशी ने पूछा कि जिस तरह डीपीसी कार्यालय में सीसी जारी करने के नाम पर खुलेआम 10 प्रतिशत की बसूली की जा रही है साथ ही अतिरिक्त कक्षशाला भवन तथा शौचालय आबंटन के नाम पर कमीशन लिया जाता है क्या यह भ्रष्टाचार की श्रेणी में नहीं आता है। पहले इस भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए इसके बाद शिक्षकों पर कार्रवाई की जाए अगर इन अधिकारियों की निष्पक्ष रूप से जांच कराई जाए तो यह सलाखों के पीछे होंगे। उन्होंने प्रशासन को चेताते हुए कहा कि वेतन काटने की कार्रवाई शिक्षकों पर नहीं रूकी तो वह आंदोलन के लिए सड़कों पर उतर आएंगी साथ ही शिक्षकों के प्रमोशन की सूची भी शीघ्र जारी करने के लिए प्रशासन पर दवाब बनाया। उनके इन प्रश्रों का जवाब देते हुए जिपं सीईओ संदीप माकिन ने सात दिनों में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इस पर जिपं की सदस्य श्रीमती नवप्रभा पडेरिया और सतीश फौजी ने भी उनका समर्थन किया।