डकैतों को सोता छोड़ भाग आया अपहृत रामअवतार

शिवपुरी-आखिरकार शिवपुरी अंचल को डकैतों के नाम से जो पहचान मिली है वह शायद यथावत रहे ऐसा आए दिन होने वाली ड कैती गतिविधियों से जान पड़ता है क्योंकि अभी कुछ समय पहले ही पोहरी और नरवर क्षेत्र में भी कुछ नए डकैत गिरोह की चहलकदमी देखी गई और इसकी सूचना पुलिस को भी दी गई लेकिन पुलिस ने इस महज कुछ बदमाश मानकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली लेकिन अब इसकी हकीकत सामने आई है

जहां जिले के सुभाषपुरा थाना क्षेत्र से बीते 7 दिन पहले खेत की रखवाली कर रहा अपहृत सात सदस्यीय डकैत गिरोह के चंगुल में फंस गया था और यह गिरोह हथियारों की नोंक पर रामअवतार को जंगल में फिरौती के उद्देश्य से ले गए थे लेकिन इसे रामअवतार की किस्मत ही कहेंगें कि सात दिनों से अपहृत रामअवतार सोमवार-मंगलवार की दरम्यिानी रात डकैत गिरोह को सोता छोड़ वहां से चकमा देकर भाग आया और पुलिस को पूरी कहानी सुनाई। इस कहानी को सुनकर पुलिस के भी हाथ-पांव फूल गए है कि अंचल में एक बार फिर से डकैत गिरोह की सरगर्मियां शुरू हो गई है। पुलिस के लिए यह नए-नए डकैत गिरोह सिरदर्द की तरह साबित होंगे ऐसा अनुमान जताया जाता है।

यहां बता दें कि सुभाषपुरा थाना क्षेत्र में बीती सात फरवरी को नए गांव में खेत की रखवाली कर रहे युवक रामअवतार को सात सदस्यीय डकैत गिरोह ने अपहृत किया था। डकैतों के चंगुल से उन्हें चकमा देकर छूटकर आए रामअवतार ने पुलिस को बताया कि उसका अपहरण सात सदस्यीय डकैत गिरोह ने किया था। जिनके पास आधुनिक हथियार हैं। उनकी मंशा फिरौती लेकर मुझे मुक्त करने की थी, लेकिन रात में जब डकैत सो रहे थे तो वह अपने हाथ पैर खोलकर उनके चंगुल से साहस कर भाग निकला। अपहृत की इस कहानी से पुलिस की परेशानी बढ़ गई है और पुलिस ने जंगल की सर्चिंग बढ़ा दी है। 

पुलिस ने पीडि़त युवक की शिकायत पर से पांच डकैतों के विरूद्ध धारा 365 के तहत मामला दर्ज कर लिया। ग्राम नयागांव में स्थित खेत की रखवाली कर रहा रामअवतार पुत्र चिमनलाल धाकड़ उम्र 32 वर्ष एकाएक अपने खेत से गायब हो गया था। इसके बाद परिजनों ने उसकी खोजबीन की, लेकिन उसका कोई भी सुराग नहीं लगा था और पुलिस ने इस मामले में गुमसुदगी का मामला दर्ज का जांच शुरू कर दी थी, लेकिन कल पुलिस की उस समय परेशानियां बढ़ गईं जब रामअवतार अपने गांव वापिस लौट आया और उसने पुलिस को बताया कि उसे मुरैना जिले का रहने वाले पप्पू गुर्जर, भानु गुर्जर और उसके पांच अन्य साथियों ने हथियारों की नोंंक पर अपहरण किया था और उसे केकेटो बांध के रास्ते ग्वालियर जिले पनिहार के जंगलों में ले जाकर बांधे रखा था। लेकिन 11 फरवरी की रात करीब 2 बजे वह अपने वह उन डकैतों को चकमा देकर जंगल के रास्ते भाग निकला और कल शाम वह अपने गांव पहुंच गया। रामअवतार ने पुलिस को बताया कि इन सभी डकैतों के पास हथियार भी हैं।