शिवपुरी। मडीखेडा डेम की सेक्टर उकायला नहर से पानी छोड़े के लिए
ग्रामीणों ने पूर्व विधायक बीरेन्द्र रघुवंशी व राकेश जैन आमोल के नेतृत्व
में एडीएम एके जैन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने मांग की
है कि पानी शीघ्र नहीं छोड़ा तो उन्हें आंदोलन करने के लिए मजबूर होना
पड़ेगा।
ज्ञापन के माध्यम से बताया गया है कि मडीखेड़ा डेम की सेक्टर उकायला नहर 1062 डी-1, डी-2 एवं डी-3 नहर से 150 गांव की लगभग 37000 है. भूमि उकायला नहर से सिंचित होती है, फसल लगभग तैयार खड़ी है। फसल के लिए अभी पानी की सख्त जरूरत है। यदि तत्काल नहर से पानी नहीं छोड़ा गया तो करोड़ों रूपयें की फसल नष्ट हो जाएगी एवं हजारों किसानों के भूखे मरने की नौबत आ जाएगी।
जिससे किसान कर्जे में डूब जायेगा। जब नहर से पानी छोडऩे के लिए स्थानीय अधिकारियों से संपर्क किया गया तो अधिकारियों ने वेतुका जवाब दिया कि नहर का फाटक जाम हो गया है। हम फाटक खोलने में असमर्थ है। इसके लिए पूर्व विधायक बीरेन्द्र रघुवंशी व राकेश जैन आमोल ने एडीएम श्री जैन से शीघ्र ही नहर का पानी छोने के लिए कहा गया है यदि शीघ्र नहर का पानी नहीं छोड़ा गया तो ग्रामीण किसानों उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
ज्ञापन के माध्यम से बताया गया है कि मडीखेड़ा डेम की सेक्टर उकायला नहर 1062 डी-1, डी-2 एवं डी-3 नहर से 150 गांव की लगभग 37000 है. भूमि उकायला नहर से सिंचित होती है, फसल लगभग तैयार खड़ी है। फसल के लिए अभी पानी की सख्त जरूरत है। यदि तत्काल नहर से पानी नहीं छोड़ा गया तो करोड़ों रूपयें की फसल नष्ट हो जाएगी एवं हजारों किसानों के भूखे मरने की नौबत आ जाएगी।
जिससे किसान कर्जे में डूब जायेगा। जब नहर से पानी छोडऩे के लिए स्थानीय अधिकारियों से संपर्क किया गया तो अधिकारियों ने वेतुका जवाब दिया कि नहर का फाटक जाम हो गया है। हम फाटक खोलने में असमर्थ है। इसके लिए पूर्व विधायक बीरेन्द्र रघुवंशी व राकेश जैन आमोल ने एडीएम श्री जैन से शीघ्र ही नहर का पानी छोने के लिए कहा गया है यदि शीघ्र नहर का पानी नहीं छोड़ा गया तो ग्रामीण किसानों उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।