किसान क्रेडिट कार्ड के नाम पर अनपढ़ किसान की जमीन हड़पी

शिवपुरी। आज के समय में भी अशिक्षा कई लोगों को बड़ी भारी पड़ती है खासतौर पर यदि अशिक्षित किसान को कुछ जालसाल अपनी झांसे में लेने से बाज नहीं आते। इसी तरह का एक मालमला ग्राम सिंहनिवास का सामने आया है जहां ग्राम सिंहनिवास निवासी अशिक्षित किसान कमर सिंह रावत को ग्राम दर्रोंनी के एक कृषक ने अपनी पत्नी के नाम पर कमर सिंह की जमीन को हड़प ली।
 यहां पीडि़त को उसकी भूमि के एवज में किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने का झांसा दिया गया जिसका परिणाम यह हुआ कि पीडि़त की जमीन को आरोपी ने अपनी पत्नी के नाम उसकी भूमि करा ली। फरियादी पीडि़त ने इस मामले में प्रशासन से कार्यवाही की मांग की है।

पीडि़त कमर सिंह पुत्र सुन्ना रावत निवासी ग्राम सिंहनिवास ने बताया कि उसकी भूमि स्वत्व व आधिपत्य की कृषि भूमि स्थित ग्राम सिंहनिवास के भूमि सर्वे नं.2070,2072,कुल रकवा क्रमश: 0.19.हेे., 1.92 हे. किता 02 कुल रकवा 2.11 हेक्टयर जो कि मेरे व्यक्तिगत नाम से है व अन्य शामिलाती खाते की भूमि सर्वे नं.1492 रकवा 0.23 हे.,1498 रकवा 0.10 हे., सर्वे नं.1439 रकवा 0.05 हे.,1841 रकवा 0.04 हे.इस प्रकार कुल किता 04 कुल रकवा 0.42 हे.में से मेरा हिस्सा है आदि भूमि है।

लेकिन मैं अशिक्षित हॅंू और ऐसे में मुझे ग्राम दर्रोनी निवासी माखन सिंह पुत्र खैरू रावत शिवपुरी लेकर आया कि यहां मेरी भूमि व शामिलाती पर किसान के्रडिट कार्ड बनवा देगा लेकिन मुझे गुमराह कर माखन ने अपनी कूटनीति से गत 5 मई 12 को मुख्त्यारनामा करा लिया जिसमें साक्षी अपने भाई कल्ला पुत्र खैरू रावत व पत्नी श्रीमती सरोज रावत निवासी ग्राम दर्रोनी को बनाया और कहा कि यह लिखा पढ़ी कार्ड बनवाने के लिए हो रही है लेकिन काफी समय गुजरने के बाद भी जब मुझे के.सी.सी. नहीं मिली तो मैंने माखन से कहा कि जिस पर उसने मुझे आश्वासन दिया और देता रहा। इसी दौरान मुझे जानकारी मिली कि माखन ने जो मुख्त्यारनामा कराया है उसमें पॉवर ऑफ अटौनी के आधार पर उसकी पत्नी सरोज रावत के नाम से भूमि की रजिस्ट्री करा दी।

इसकी जानकारी रजिस्ट्रार कार्यालय से 7 जून को निकलवाई गई रजिस्ट्री में पता चली इसमें गवाह उसका भाई कल्लू रावत व दूसरा गवाह राजेन्द्र प्रसाद पुत्र दयाराम विश्वकर्मा निवासी डा.आरके दुबे के सामने फिजीकल रोड को बनाया गया। पीडि़त कमर सिंह रावत ने बताया कि रजिस्ट्री निकलवाने के बाद से माखन का पता नहीं चला और बीती 22 सितम्बर को जब वह मिला तो उससे इसका कारण जानना चाहा लेकिन वह उल्टा चला और मुझे गाली-गलौज करने लगा साथ ही मारपीट भी की। पीडि़त कमर सिंह ने बताया कि अनपढ़ होने से उसका सबकुछ बर्बाद हो गया उसकी भूमि को जबरन माखन ने अपनी पत्नी के नाम करा लिया और जब वह अपना हक मांगता है या पुलिस में जाने की बात कहता है तो उसे जान से मारने की धमकी दी जाती है। पीडि़त ने पुलिस व प्रशासन से शीघ्र आरोपी माखव व धोखाधडिय़ों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की है।