करैरा में अवैध आरा मशीनों का संचालन

शिवपुरी/करैरा। जिले के करैरा क्षेत्र में इन दिनों अवैध वन कटाई जोरों पर है यहां से होने वाले वनों की कटाई के बाद यह लकडिय़ां सीधे  अवैध रूप से संचालित आरा मशनों पर पहुंचती है। इस पूरे कार्य में संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की संलिप्तता रहती है जिससे आए दिन यहां अवैध कटाई का जरिया बने वन विभाग को इस ओर जानकारी होने के बाद भी कार्यवाही करने से परहेज किया जा रहा है।

 गत दिवस हमारी मीडिया टीम ने करैरा क्षेत्रांतर्गत आने वाले कई ग्रामों का औचक निरीक्षण किया और वहां के हालातों को जाना तो हर जगह एक ही बात सामने आई कि वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की मिलीभगत से सरेआम वनों की अवैध कटाई का कार्य जारी है और यहां से यह लकडिय़ां अवैध रूप से संचालित आरा मशीनों पर पहुंचती है। इस ओर शीघ्र औचक कार्यवाही की आवश्यकता है प्रशासन को चाहिए कि वह वन विभाग के द्वारा बरती जा रही लापरवाही व अनियमितता में सम्मिलित अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ इस तरह की कार्यवाही करें ताकि वनों को कटाई से रोंके और पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखा जा सके।

यहां बतादें कि शिवपुरी जिले की सबसे बड़ी तहसीलकरैरा में इन दिनों वन विभाग का कार्यालय दिखावा के लिए बना हुआ है क्योंकि यहां पदस्थ बाबूओ, रेंजरों और डिप्टी रेंजरों को बैठने की पगार मिलती है। यह बात हमें तब पता चली जब हमारे करैरा संवाददाता समोहा, बांसगढ़, रमगढ़ा, गधाई, दुमदुमा, सड़, दाबर, छितरी, सिरसौद, सिरसौना और दिनारा पहुंचकर यहां के हालातों का जायजा लिया तो पाया कि यहां आधा सैकड़ा से अधिक आरा मशीनें अवैध संचालित हो रही है। इन ग्रामों में यदि को मीडियाकर्मी कवरेज के लिए पहुंचता है तो उनके साथ अभद्रता की जाती है लेकिन जब मीडिया की एक टीम जो निरीक्षण करने गई थी तो वहां स्थानीय नागरिक बनकर यहां वन विभाग के द्वारा मिलीभगत कर हो रही वनों की कटाई के बाद धड़ल्ले से इन आरा मशीनों का उपयोग हो रहा है को ग्रामीणोंकी जुबानी से जाना। 
 
जहां कई खुलासे इन ग्रामीणों ने किए और इन आरामशीन संचालकों ने बताया कि यहां डिप्टी रेंजर और वन अमले के साथ मिलीभगत कर वनों की अवैध कटाई होती है और इन आरा मशीनों पर लकड़ीयों की कटाई होती है। जब करैरा के वन संरक्षक कार्यालय से इस ओर कार्यवाही के लिए संपर्क किया गया तो वहां पदस्थ कुछ बाबूओं ने रविवार का बहाना बनाकर इस तरह की अवैध आरा मशीनों के विरूद्ध कार्यवाही करने से दूरी बनाई। यहां आए दिन इन आरा मशीनों से अवैध वसूली का कार्य डिप्टी विभाग की मिलीभगत से जारी है। इस ओर संबंधित विभाग भी मौन की स्थिति में है अन्यथा कार्यवाही लगते देर नहीं लगती।