दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सेवा समाप्ति के नोटिस

शिवपुरी। आखिरकार महिला बाल विकास विभाग को अपने अधीनस्थ लापरवा कर्मचारियों की सुध आ ही गई जिसका परिणाम यह हुआ कि गत दिवस जिले के पोहरी क्षेत्र में बिगड़ी आंगनबाड़ी केन्द्र की व्यवस्था को सुधारने का काम प्रशासनिक अधिकारियों ने शुरू कर दिया है।

कलेक्टर आर के जैन के निर्देश पर पोहरी के परियोजना अधिकारी केशव गोयल ने कल कई आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण किया जिसमें कई केन्द्रों पर अनियमितता मिली है। भ्रमण के दौरान कैमरारा गांव में आंगनबाड़ी केन्द्र की कार्यकर्ता मनीषा वर्मा इस गांव में रहती नहीं है। शादी के बाद अन्य स्थान पर रहती है। शिकायत के बाद कैमरारा की इस महिला कार्यकर्ता को पद से पृथक करने का नोटिस दिया गया है। इसी तरह गाजीगढ़ द्वितीय आंगनबाड़ी केन्द्र की कार्यकर्ता रागिनी वर्मा को भी पद से पृथक करने का नोटिस उनके केन्द्र पर न रहने के कारण थमाया गया है।

पोहरी के परियोजना अधिकारी केशव गोयल ने बताया कि भिलौड़ी गांव में आंगनबाड़ी केन्द्र सरकारी भवन में न चलने पर यहां की कार्यकर्ता रामो बाई का दस दिन का वेतन काटा गया है साथ ही यहां सरकारी भवन में कब्जा करके बैठे आदिवासी पर कारवाई संबंधी पत्र पुलिस को लिखा गया है। डेवला, धौरा गांव में बच्चों को पोषण आहार एवं मध्यान्ह भोजन सही समय पर वितरित न करने पर यहां समूह से कार्य छीनकर पंचायत को काम सौंपा गया है। पोहरी के परियोजना अधिकारी का कहना है कि कलेक्टर आर के जैन के निर्देश पर वह अपनी टीम के साथ सतत् निरीक्षण कर रहे हैं। कहीं भी अनियमितता पाई जाती है तो संबंधित कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी।

कुपोषण मिटाने के खिलाफ जारी रहेगी मुहिम


पोहरी के परियोजना अधिकारी केशव गोयल ने बताया कि पोहरी में कुपोषण के खिलाफ योजनाबद्ध ढंग से काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों के वजन और उनके स्वास्थ्य के बारे में डाटा एकत्रित करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को निर्देशित किया गया है। इस वजन लेने के कार्य में कोई कार्यकर्ता लापरवाही बरतेगी तो उस पर कारवाई होगी।