भगवान भक्तों के आचरण की परीक्षा भी लेते हैं: कलेक्टर जैन

जैन समाज ने किया पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों का सम्मान


शिवपुरी। भगवान सर्वशक्तिमान होते हैं। उन्हें न तो चुराया और न ही लूटा जा सकता है। कई उदाहरण ऐसे सामने आये हैं जब चोरी करने के बाद चोर खुद मूर्ति मंदिर में आकर छोड़ गया। असल में मूर्ति की चोरी और लूट के बहाने भगवान कभी-कभी भक्त के आचरण की परीक्षा भी लेते हैं कि उनके  संदेश भक्त अपने जीवन में उतार रहे हैं अथवा नहीं।


उक्त प्रेरणास्पद बात कलेक्टर आरके जैन ने स्थानीय छत्री मंदिर में मूर्तियों के बरामद होने के बाद आयोजित सम्मान समारोह में व्यक्त की है। समारोह में कलेक्टर आरके जैन, एसपी आरपी सिंह और मुख्य भूमिका निभाने वाले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित सिंह, खनियांधाना टीआई कैलाश आर्य और आरक्षक इन्द्रपालसिंह आदि का सम्मान किया गया। कलेक्टर आरके जैन ने उपरोक्त बात उस संदर्भ में कही जब संचालन कर रहे पत्रकार संजीव बांझल ने उस परिस्थिति का जिक्र किया जब जैन समाज आक्रोशित हो उठा था। समारोह में एसपी आरपी सिंह आध्यात्मिक संत की भांति बोले और उन्होंने कहा कि होश और जोश के समन्वय से ही यह उपलब्धि हासिल की गई है।

जबकि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  अमित सिंह ने उस आरक्षक इन्द्रपालसिंह की सजगता को सलाम किया जिसके कारण मूर्तियों की बरामदगी संभव हो सकी।

कलेक्टर आरके जैन ने अपने सम्मान में आयोजित समारोह में जैन दर्शन को बखूबी स्पष्ट किया और कहा कि भगवान के आदर्श हमारे जीवन में भी उतरना चाहिये। भगवान तो सर्वशक्तिमान होते हैं वह स्वयं अपनी रक्षा करने में सक्षम होते हैं, लेकिन कभी-कभी वह हमारी परीक्षा भी लेते हैं। संकट के क्षणों में, विपदा के समय क्या हमारा धैर्य कायम रहता है, क्या हम धर्म से च्युत नहीं होते? इसकी भी परीक्षा ली जाती है। अहिंसा यदि हमने जीवन में आत्मसात कर ली तो चाहे सुख हो, चाहे दुख हो, चाहे परेशानी हो या कोई भी मौका हो हमारा आचरण अहिंसक होना चाहिए।

हिंसा को यह कहकर नहीं अपनाया जा सकता कि हम धर्म की रक्षा के लिए हिंसा का सहारा ले रहे हैं। हिंसा को कलेक्टर ने स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदायक बताया है और कहा कि इससे बचकर मनुष्य अपनी तमाम बीमारियों से भी निजात पा सकता है। एसपी आरपी सिंह ने इस उपलब्धि का श्रेय आरक्षक इन्द्रपाल सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित सिंह और टीआई खनियांधाना कैलाश आर्य को दिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने समारोह में सिलसिलेबार ढंग से मूर्तियों की चोरी होने से लेकर बरामदगी तक के घटनाक्रम को स्पष्ट किया। समारोह में खनियांधाना के विनय भैया भी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन संजीव बांझल ने किया।