शिवपुरी। पुलिस ने पोहरी बस स्टेण्ड के पिछवाड़े चार और पांच अगस्त की रात को अपने घर में हुई देबू उर्फ देवेन्द्र पुत्र नेहनेराम कुशवाह की हत्या का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में मृतक की पत्नि भूरी कुशवाह उसके जीजा बनवारी कुशवाह और बनवारी के भाई का साढू जगदीश कुशवाह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में स्पष्ट हुआ है कि मृतक देबू अपनी पत्नि की आए दिन मारपीट करता था। इस कारण वह उससे त्रस्त थी जबकि उसका अपने साढू बनवारी कुशवाह से भैंस चोरी के मामले में पुरानी रंजिश चली आ रही थी।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक की घर में उस समय आरोपियों ने बका के प्रहार से निर्मम हत्या कर दी जब वह अपनी पत्नि और दो बच्चों के साथ सो रहा था। पुलिस को इस मामले में मृतक की पत्नि भूरी कुशवाह पर इसलिए शक हुआ क्योंकि वह कमरे का दरवाजा कैसे खुला इसका कोई समाधानकारक जवाब नहीं दे पाई। उसका कहना था कि दरवाजा भीतर से खुला रह गया।
उसके इस कथन पर पुलिस ने विश्वास नहीं किया। वह आरोपियों की शिनाख्त के बारे में भी पुलिस को लगातार गुमराह करती रही। इस पर पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरी कहानी उगल दी। भूरी ने बताया कि वह अपने पति द्वारा उसे आए दिन पीटे जाने से परेशान थी उसके जीजा की भी उसके पति से रंजिश थी। इसी कारण दोनों ने मिलकर उसे ठिकाने लगाने की योजना बनाई और उसे अंतिम रूप दे दिया।
हत्यारोपी बनवारी ने मृतक को बेची थी चोरी की भैंस
शिवपुरी। पुलिस ने बताया कि मृतक देबू का अपने साढू से इसलिए विवाद था क्योंकि उसने देबू को चोरी की भैंस बेच दी थी। इस मामले में बनवारी की गिरफ्तारी हुई थी और मृतक का पुलिस से बचने के लिए काफी पैसा खर्च हुआ था। इसी विवाद में पहले देबू जब कोलारस गया तो बनवारी ने उसकी पिटाई की और जब बनवारी शिवपुरी आया तो देबू ने उसे पीटा। इसी रंजिश के कारण बनवारी ने देबू को ठिकाने लगाने की उसकी पत्नि के सहयोग से योजना बनाई।
दो मासूम बच्चे हुए अनाथ
शिवपुरी। देबू कुशवाह की हत्या हो चुकी है जबकि उसकी पत्नि उसकी हत्या के आरोप में बंद है। ऐसी स्थिति में मृतक देबू कुशवाह के दोनों छोटे-छोटे बच्च्ेा जिनकी उम्र छह और तीन वर्ष है, वे अनाथ हो चुके हैं। देबू और भूरी का 10 साल पहले विवाह हुआ था। विदित हो कि देबू कुशवाह पार्षद हरीसिंह कुशवाह का भतीजा है।
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