बिनेगा आश्रम को हड़पने के लिए रचा जा रहा है षड्यंत्र

शिवपुरी-बिनेगा आश्रम के साधुओं द्वारा आदिवासियों झोंपडिय़ों में आग लगाने की घटना को गलत बताते हुए बिनेगा आश्रम के भक्तगणों द्वारा प्रशासन को ज्ञापन देते हुए बताया गया है कि विनेगा पंचायत चंदनपुरा के बाहर आदिवासी टपरों में वन भूमि एवं प्राथमिक विद्यालय को आवंटित भूमि पर आदिवासियों द्वारा आए दिन अतिक्रमण कर झोंपडिय़ों का निर्माण कर लिया जाता है तथा कुछ समय बाद उक्त झोंपड़ी को बेचकर अन्यंत्र झोंपड़ी बनाकर शासकीय भूमि अतिक्रमण कर लिया जाता है।


यह क्रम आदिवासियों द्वारा अनबरत रूप से जारी है। बिनैगा ग्राम परमहंस आश्रम में आए दिन आध्यात्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम, सत्संग, व भण्डारे का आयोजन होता रहता है। जिसमें जिले के ही नहीं बरन प्रदेश व देश के भक्तगण समय-समय पर उपस्थित होकर इसका लाभ उठाते हैं। वहीं बिनैगा ग्राम के असमाजिक तत्व जुआ, शराब खोरी व व्यवचार में लिप्त रहते हैं। बिनैगा ग्राम के कुछ स्वार्थी लोग अपने स्वर्थ के लिए आदिवासियों को ढाल बनाकर उनका उपयोग करते हैं। 

सुघरा आदिवासी व उसके दोनों पुत्र धारा, चनका व उसका दामाद रामचरण आदिवासी ने स्वयं ही टपरियां जलाकर कुछ आदिवासियों को अपने साथ लेकर आश्रम में रहने बाले साधुओं पर आरोप जड़ दिया। जबकि 25 मई 2012 को आश्रम के भक्तगणों द्वारा पुलिस अधीक्षक शिवपुरी को आवेदन देकर अवगत करा दिया गया थ कि बिनैगा ग्राम के कुछ असमाजिक तत्व तथा आदिवासी आश्रम के विरूद्ध झूठी शिकायत कर सकते हैं। ये असमाजिक तत्व यह नहीं चाहते है कि उनके संदिग्ध गतिविधियों बाधा बन रहे साधू संत अथवा भक्तगण उनके आसपास भी रहें। जिनके कारण इनकी संदिग्ध गतिविधियों बांधित हो तथा इनकी अपराधिक गतिविधियों अनवरत रूप से जारी रह सकें।

इसी तारतम्य में ग्राम के सभ्य नागरिकों व भक्तगणों द्वारा मुख्यमंत्री ओनलाइन पीजी / 149944/2011 में शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिससे नाराज होकर सुधरा आदिवासी व उसके दोनों पुत्र व दामाद द्वारा एक टपरिया का निर्माण किया तथा दोपहर बाद उसमें आग लगा दी। जबकि चैना पारधी में के पुत्र के समक्ष कई दिनों पूर्व से ऐसी घटना रचने की साजिश रची जा रही थी। जिसके तहत झूठी शिकायत कर झूठा प्रकरण पंजी बद्ध कराया गया। यदि पुलिस प्रशासन द्वारा कडाई से उक्त लोगों से पूछताछ की जाती है तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। 

असमाजिक तत्वों द्वारा आदिवासियों को उकसा कर ऐसे बयान दिलवाये जा रहे है। भविष्य में भी इनके द्वारा ऐसी घटना को घटित से इन्कार नहीं किया जा सकता इन असमाजिक तत्वों की निगाह आश्रम की बेसकीमत भूमि पर जमी हुई है। बिनैगा आश्रम के भक्तगणों ने मांग की है कि उक्त घटनाक्रम की निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध कठोर दण्डात्मक कार्यवाही की जाय। अन्यथा आश्रम के सभी भक्तगण जनआंदोलन के लिए बाध्य होंगे।  इसके विरोध में आज लक्ष्मीनारायण धाकड, शंकर शिवपुरी, विजय शर्मा, इब्राहिम पठान, राहुल राय, रामप्रसाद, रमेश कुशवाह, विशाल सिंह, मनोज भार्गव सहित सैकड़ो भक्तगणों ने कलेक्टर आरके जैन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि चंदनपुरा पंचायत के ग्राम बिनेगा में आश्रम स्थित है। 

जहां प्रतिदिन आध्यात्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम सत्संग और भण्डारे का आयोजन होता रहता है। वहीं कुछ असामाजिक तत्वों की आश्रम पर नजर है और वे यहां के कुछ लोगों को मोहरा बना कर आए दिन षड्यंत्र रच रहे है। इसकी शिकायत भक्तगणों ने मुख्यमंत्री ऑन लाईन में भी की थी। इससे नाराज होकर सुधरा आदिवासी आदि ने नई टपरियां बनाई और उसमें आग लगा दी तथा बाबाओं के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया।