शिवपुरी। प्रशासनिक ढर्रे को सुधारने के नाम पर निम्न तबके के कर्मचारियों पर की जा रही कार्यवाहियों को लेकर कर्मचारियों में रोश व्याप्त हो गया है। जिले में मध्यान्ह भोजन वितरण प्रणाली अध्यापकों एवं जनशिक्षकों की फांग बनकर रह गया है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण दिनांक 23.06.12 को प्रमुख सचिव एवं कलैक्टर शिवपुरी के संयुक्त निरीक्षण के दौरान ग्राम ऑकुर्सी में देखने को मिला। जिसमें जनशिक्षक राजबिहारी शर्मा को निलम्बित कर दिया गया।
राजकुमार सरैया प्रांतीय उपाध्यक्ष संविदा सहअध्यापक संघ ने अध्यापकों के संयुक्त मोर्चे की ओर से बताया कि अध्यापक एवं जनशिक्षक मध्यान्ह भोजन प्रणाली में अनुवीक्षण कर कार्यवाही हेतु प्रस्ताव वरिष्ठ कार्यालयों को भेजते हैं लेकिन वरिष्ठ कार्यालयों द्वारा किसी भी स्वसहायता समूह पर कार्यवाही नहीं की जाती और सारा ठीकरा जनशिक्षकों एवं अध्यापकों के सिर फोडा जाता है। और कार्यवाही के नाम पर उन्हें ही निलम्बन जैसी कार्यवाहियां झेलनी पडती हैं।
इस संबंध में अध्यापक संगठनों द्वारा पूर्व में भी ज्ञापन सौंप मांग की गई थी कि मध्यान्ह भोजन वितरण प्रणाली में सीधे सीधे अध्यापकों एवं जनशिक्षकों को दोषी न ठहराया जाये, जबकि इस वितरण प्रणाली की मॉनीटरिंग, राशी एवं खाद्यान्न वितरण जैसी जिम्मेदारी जनपद कार्यालय की है। बार बार जनशिक्षकों द्वारा कार्यवाही के लिये लिखने पर भी कार्यवाही न होना चिन्ता का विषय है। संगठन के धर्मेन्द्र जैन जिलाध्यक्ष संविदा सह अध्यापक संघ एवं धर्मेन्द्र रघुवंशी ने संयुक्त रूप से बताया कि आज निलम्बन जैसी कार्यवाहियों को लेकर अध्यापकों के संयुक्त मोर्चे ने जिला कलेक्ट्रेट के सामने सैकडों की संख्या में उपस्थित होकर प्रदर्शन किया एवं राजबिहारी शर्मा के निलम्बन आदेश को निरस्त करने एंव शिवपुरी जिले में शीघ्र ही पदोन्नति की मांग को लेकर जिलाधीश महोदय को ज्ञापन सौंपा है। स्नेह रघुवंशी एवं सुनील उपाध्याय जिलाध्यक्ष अध्यापक कांग्रेस ने बताया कि अध्यापक एवं जनशिक्षकों पर हो रही निलम्बन जैसी कार्यवाहियों के बढते दबाब से उत्पन्न मानसिक पीडा के कारण जिले के तमाम जनशिक्षकों द्वारा सामूहिक इस्तीफा जिलाधीश महोदय की ओर से ज्ञापन लेने आये ए.डी.एम. प्रजापति को सौंपा है। तथा जिला शिक्षा केन्द्र पहुॅचकर ए.पी.सी. संदीप अष्ठाना को जनशिक्षकों ने सामूहिक इस्तीफा सौंपा है तथा दिलीप त्रिवेदी जनशिक्षक झिरी द्वारा अपने साथी जनशिक्षक पर निर्दोश होने पर भी की गई कार्यवाही से दुखित होकर पृथक से अपना इस्तीफा सौंपा है। साथ ही नारायण सिंह कोली अजाक्स प्रांतीय सचिव ने अपने संगठन की ओर से शिवपुरी जिले में शीघ्र पदोन्नति किये जाने हेतु ए.डी.एम. प्रजापति को ज्ञापन सौंपा है।
पोहरी के जनशिक्षकों ने पोहरी बी.ए.सी. अंशुल श्रीवास्तव की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुये बताया कि वह जनशिक्षकों को द्वेषवश अनावश्यक दबाव बनाते हैं तथा कार्यवाही हेतु वरिष्ठ कार्यालयों को गलत जानकरी प्रस्तुत करते हैं साथ ही बताया कि उनके द्वारा मध्यान्ह भोजन वितरण प्रणाली में फर्जी ऑडिट हेतु बी.आर.सी.सी. के फर्जी हस्ताक्षर कर आदेश क्र. 410 दिनांक 20.03.12 जारी कर जनशिक्षकों से अनुचित रूप से दबाव बनाया। उक्त आदेश जनशिक्षकों ने वरिष्ठ कार्यालय का उपलब्ध करा दिया गया है। इस संबंध में उन्हीं के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह कर गलत जानकारी दी गई जिसका खामियाजा जनशिक्षक राजबिहारी शर्मा को निलम्बित होकर भुगतना पडा।
इस संबंध में अध्यापक संगठनों द्वारा पूर्व में भी ज्ञापन सौंप मांग की गई थी कि मध्यान्ह भोजन वितरण प्रणाली में सीधे सीधे अध्यापकों एवं जनशिक्षकों को दोषी न ठहराया जाये, जबकि इस वितरण प्रणाली की मॉनीटरिंग, राशी एवं खाद्यान्न वितरण जैसी जिम्मेदारी जनपद कार्यालय की है। बार बार जनशिक्षकों द्वारा कार्यवाही के लिये लिखने पर भी कार्यवाही न होना चिन्ता का विषय है। संगठन के धर्मेन्द्र जैन जिलाध्यक्ष संविदा सह अध्यापक संघ एवं धर्मेन्द्र रघुवंशी ने संयुक्त रूप से बताया कि आज निलम्बन जैसी कार्यवाहियों को लेकर अध्यापकों के संयुक्त मोर्चे ने जिला कलेक्ट्रेट के सामने सैकडों की संख्या में उपस्थित होकर प्रदर्शन किया एवं राजबिहारी शर्मा के निलम्बन आदेश को निरस्त करने एंव शिवपुरी जिले में शीघ्र ही पदोन्नति की मांग को लेकर जिलाधीश महोदय को ज्ञापन सौंपा है। स्नेह रघुवंशी एवं सुनील उपाध्याय जिलाध्यक्ष अध्यापक कांग्रेस ने बताया कि अध्यापक एवं जनशिक्षकों पर हो रही निलम्बन जैसी कार्यवाहियों के बढते दबाब से उत्पन्न मानसिक पीडा के कारण जिले के तमाम जनशिक्षकों द्वारा सामूहिक इस्तीफा जिलाधीश महोदय की ओर से ज्ञापन लेने आये ए.डी.एम. प्रजापति को सौंपा है। तथा जिला शिक्षा केन्द्र पहुॅचकर ए.पी.सी. संदीप अष्ठाना को जनशिक्षकों ने सामूहिक इस्तीफा सौंपा है तथा दिलीप त्रिवेदी जनशिक्षक झिरी द्वारा अपने साथी जनशिक्षक पर निर्दोश होने पर भी की गई कार्यवाही से दुखित होकर पृथक से अपना इस्तीफा सौंपा है। साथ ही नारायण सिंह कोली अजाक्स प्रांतीय सचिव ने अपने संगठन की ओर से शिवपुरी जिले में शीघ्र पदोन्नति किये जाने हेतु ए.डी.एम. प्रजापति को ज्ञापन सौंपा है।
पोहरी के जनशिक्षकों ने पोहरी बी.ए.सी. अंशुल श्रीवास्तव की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुये बताया कि वह जनशिक्षकों को द्वेषवश अनावश्यक दबाव बनाते हैं तथा कार्यवाही हेतु वरिष्ठ कार्यालयों को गलत जानकरी प्रस्तुत करते हैं साथ ही बताया कि उनके द्वारा मध्यान्ह भोजन वितरण प्रणाली में फर्जी ऑडिट हेतु बी.आर.सी.सी. के फर्जी हस्ताक्षर कर आदेश क्र. 410 दिनांक 20.03.12 जारी कर जनशिक्षकों से अनुचित रूप से दबाव बनाया। उक्त आदेश जनशिक्षकों ने वरिष्ठ कार्यालय का उपलब्ध करा दिया गया है। इस संबंध में उन्हीं के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह कर गलत जानकारी दी गई जिसका खामियाजा जनशिक्षक राजबिहारी शर्मा को निलम्बित होकर भुगतना पडा।
इन जनशिक्षकों ने दिए इस्तीफे
भूपेन्द्र रघुवंशी इन्दार, यादवेन्द्र सिंह चौधरी सतनवाडा, कुबेर सिंह कुशवाह भटनावर, विपिन पचौरी भटनावर, महावीर पाराशर बैराड, विजय धाकड बैराड, शिवदयाल शर्मा, अजय शर्मा गोवर्धन, शिवकुमार श्रीवास्तव, भरत धाकड पोहरी, वेदप्रकाश शर्मा, सन्तोष धाकड परिच्छा, अखिलेश गुप्ता, दिलीप जोशी कालीपहाडी, बृजमोहन वंशकार, विजय भगत मछावली, धर्मेन्द्र जैन आमोलपठा, अरविन्द सरैया सुरवाया, दिनकर नीखरा शिवपुरी, सतीश वर्मा, विनोद शर्मा गाजीगढ, राजेश चौरसिया अखिलेश भार्गव छर्च, सुल्तान मिर्जा आनन्द यादव करैरा, सी.एल. पुरे सिरसौद, राजवीर सिकरवार महेश सोनी पोहरी, शोभाराम त्यागी बैराड, विजय धाकड ऐंचवाडा, आदि। जनशिक्षक नेता यादवेन्द्र सिंह चौधरी ने बताया कि तीन दिवस में कार्यवाही न होने पर जनशिक्षकों एंव अध्यापकों द्वारा कलमबद्ध हडताल कर कलेक्ट्रेट के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे।
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