शिवपुरी। जब शहर की शान कही जाने वाले सिंधिया ट्रस्ट की छत्री को चोरों ने नहीं बख्शा तो आमजन की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगना तय है। यह हम नहीं कह रहे है यह तो वह हालात कह रहे है जो इन दिनों पुलिस की गश्त व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर रही है एक ओर जहां पुलिस ने अपनी कोबरा टीम को गश्त के रूप में शहर में भ्रमण करने का जिम्मा सौंपा है तो वहीं शहर ही नहीं बल्कि जिले भर में विभिन्न स्थानों पर चोरों की तीखी नजर है जिसके परिणाम स्वरूप पूरे महीने भर में अभी तक दर्जनों स्थानों पर चोरों ने अपनी दबिश दी और लाखों के मालमत्ते पर हाथ साफ कर पुलिस को चुनौती देकर चलते बनते है।
अभी-अभी की बात करें तो सिंधिया ट्रस्ट की छत्री जो चहुंओर से सुरक्षा के घेरे में रहती है ऐसे में जब इस छत्री को ही चोरों ने नहीं बख्शा तो आमजन की क्या बिसात की, वह अपने घर व स्वयं की रक्षा कर सके। अब तो आमजन भी एसपी से पीड़ा लगाते नहीं थक रहे कि सुनिए एसपी साहब...जब शिवपुरी शहर की शान की सुरक्षा नहीं रही तो हमारी सुरक्षा कैसे होगी...?
जी हां! आजकाल शिवपुरी में मौजूद हालात तो यही स्थिति बयां कर रही है। लाखों रूपये का वेतन पाने वाला पुलिस विभाग अपने ही अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी पर नजर नहीं रख पा रहा। पुलिस के लिए सिरदर्द साबित बनती चोरियों का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। शहर में अब तक अनेकों स्थानों पर चोरों ने दबिश दी और लाखों रूपये के माल-मत्ते पर हाथ साफ कर दिया। एक ओर तो पुलिस आईपीएस प्रशिक्षुओं को डकैत विरोधी मुहिम के बारे में अपने तजुर्बें को बताते नहीं अघा रही तो वहीं दूसरी ओर आए दिन होने वाली चोरी, लूट, डकैती की वारदातों से पुलिस प्रशासन की पोल खुलती नजर आ रही है।
शहर में ही गश्त व्यवस्था की धज्जियां किस कदर उड़ रही है इसका नजारा तो उस समय देखने को मिला जब नबाब साहब रोड, फतेहपुर क्षेत्र, सर्किट हाउस, आर्य समाज रोड, कृष्णपुरम कॉलोनी के साथ-साथ अब सिंधिया राजवंश की छत्री पर चोरों ने अपनी धमचक करते हुए यहां से लाखों रूपये के गेट को ही उड़ा दिया। यहां सोचने वाली बात यह है कि घटना के समय जब छत्री प्रांगण पर कार्यरत 50 कर्मचारियों को यह भनक तक नहीं लगी कि यहां चोर प्रवेश भी कर सकते है। खैर यह तो रही भविष्य की बात की कि इस चोरी का राज खुलेगा भी अथवा नहीं या यूं ही विगत पूर्व समय हुई चोरियों के साथ इस प्रकरण को भी दबा दिया जाए।
लेकिन यहां तो सरेआम बदरवास क्षेत्र में भाजपा नेता के भाई के घर चोर आ धमके, यहां से लाखों का माल मत्ता समेटने के बाद चोरों ने पास के पड़ौस के यहां भी आपनी आमद दर्ज कराई और यहां से भी नगदी सहित सोने-चांदी के आभूषणों पर हाथ साफ कर दिया। इसके बाद अगले ही दिन कोलारस क्षेत्र में लगभग आधा दर्जन की संख्या में वृद्ध दंपत्ति नारायण शिवहरे के मकान में घुसे बदमाशों ने जिस प्रकार 15 लाख की डकैती को अंजाम दिया है उससे पूरे कोलारस क्षेत्र ही नहीं बल्कि अंचल भर में व्यापारियों के लिए यह घटना सिरदर्द साबित हुई। अब व्यापारी वर्ग भी अपनी सुरक्षा के प्रति संवेदनशील होता नजर आ रहा है। दूसरी ओर हर चोरी की वारदात के बाद पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह ने समय से पहल चोरों व लूटे गए माल को बरामद करने का आदेश पीडि़त परिजनों को दिया है लेकिन क्या समय रहते यह सब संभव हो सकेगा, यह कह पाना अभी बेमानी है। देखते है आने वाले समय में पुलिस अधीक्षक महोदय क्या रणनीति अपनाते है कि इन सब घटनाओं का शीघ्र खुलाास कर आरोपियों व चोरी गए माल को बरामद कर सके।
जी हां! आजकाल शिवपुरी में मौजूद हालात तो यही स्थिति बयां कर रही है। लाखों रूपये का वेतन पाने वाला पुलिस विभाग अपने ही अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी पर नजर नहीं रख पा रहा। पुलिस के लिए सिरदर्द साबित बनती चोरियों का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। शहर में अब तक अनेकों स्थानों पर चोरों ने दबिश दी और लाखों रूपये के माल-मत्ते पर हाथ साफ कर दिया। एक ओर तो पुलिस आईपीएस प्रशिक्षुओं को डकैत विरोधी मुहिम के बारे में अपने तजुर्बें को बताते नहीं अघा रही तो वहीं दूसरी ओर आए दिन होने वाली चोरी, लूट, डकैती की वारदातों से पुलिस प्रशासन की पोल खुलती नजर आ रही है।
शहर में ही गश्त व्यवस्था की धज्जियां किस कदर उड़ रही है इसका नजारा तो उस समय देखने को मिला जब नबाब साहब रोड, फतेहपुर क्षेत्र, सर्किट हाउस, आर्य समाज रोड, कृष्णपुरम कॉलोनी के साथ-साथ अब सिंधिया राजवंश की छत्री पर चोरों ने अपनी धमचक करते हुए यहां से लाखों रूपये के गेट को ही उड़ा दिया। यहां सोचने वाली बात यह है कि घटना के समय जब छत्री प्रांगण पर कार्यरत 50 कर्मचारियों को यह भनक तक नहीं लगी कि यहां चोर प्रवेश भी कर सकते है। खैर यह तो रही भविष्य की बात की कि इस चोरी का राज खुलेगा भी अथवा नहीं या यूं ही विगत पूर्व समय हुई चोरियों के साथ इस प्रकरण को भी दबा दिया जाए।
लेकिन यहां तो सरेआम बदरवास क्षेत्र में भाजपा नेता के भाई के घर चोर आ धमके, यहां से लाखों का माल मत्ता समेटने के बाद चोरों ने पास के पड़ौस के यहां भी आपनी आमद दर्ज कराई और यहां से भी नगदी सहित सोने-चांदी के आभूषणों पर हाथ साफ कर दिया। इसके बाद अगले ही दिन कोलारस क्षेत्र में लगभग आधा दर्जन की संख्या में वृद्ध दंपत्ति नारायण शिवहरे के मकान में घुसे बदमाशों ने जिस प्रकार 15 लाख की डकैती को अंजाम दिया है उससे पूरे कोलारस क्षेत्र ही नहीं बल्कि अंचल भर में व्यापारियों के लिए यह घटना सिरदर्द साबित हुई। अब व्यापारी वर्ग भी अपनी सुरक्षा के प्रति संवेदनशील होता नजर आ रहा है। दूसरी ओर हर चोरी की वारदात के बाद पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह ने समय से पहल चोरों व लूटे गए माल को बरामद करने का आदेश पीडि़त परिजनों को दिया है लेकिन क्या समय रहते यह सब संभव हो सकेगा, यह कह पाना अभी बेमानी है। देखते है आने वाले समय में पुलिस अधीक्षक महोदय क्या रणनीति अपनाते है कि इन सब घटनाओं का शीघ्र खुलाास कर आरोपियों व चोरी गए माल को बरामद कर सके।