बताओ कौन बड़ा भगवान या खाकी वर्दी

शिवपुरी. एक भगवान जो इंसान को इंसानियत का पाठ पढ़ाए वही इंसान जो अपने ओहदे का लाभ लेकर किसी प्रकार के अनैतिक कार्य को करने से पीछे नहीं हटता। आज भगवान और खाकी वर्दी में बड़े-छोटे पर नई बहस शुरू हो गई। जहां मंदिर माफी की भूमि पर खाकी वर्दी वाले जबरन अपना आधिपत्य जमाना चाहते है तो वहीं भगवान की सेवा करने वाले पुजारी ने इन खाकी वर्दीधारियों का विरोध किया। भगवान के नाम पर होने वाली इस अंधेरगर्दी से तो ऐसा ही प्रतीत होता है कि यहां खाकीवर्दी भगवान की भूमि को भी नहीं बख्शने वाला।


भगवान की पूजा करने वाले पुजारी ने इस संबंध में कलेक्टर से शिकायत कर इन खाकीधारियों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की है। इसी प्रकार का एक मामला इन दिनों शहर के श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर के पुजारी के स्वत्व की भूमि ग्राम शिवपुरी टुकड़ा नं.2 स्थित है। जिसके सर्वे क्रं.934 पर भू-माफियाओं द्वारा न केवल जबरन रास्ता बनाया गया बल्कि अब यह रास्ता बनने के इस स्वत्व की भूमि पर प्लाटिंग का कार्य भी शुरू हो गया है। इस भूमि के प्रबंधक जिला कलेक्टर है इसलिए मंदिर के पुजारी लक्ष्मणदास त्यागी ने कलेक्टर से आग्रह किया है कि वह सर्वे क्रं.934 पर जबरन व अवैध रूप से बनाया गया रास्त बंद करें और स्वत्व की भूमि को इन भू-माफियाओं के कब्जों से बचाया जाए। इस संबंध में पूर्व में भी शिकायत की गई लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हो सकी।

श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर के पुजारी लक्ष्मणदास त्यागी ने बताया कि मंदिर के स्त्व की भूमि सर्वे क्रं.467,877,878,879,881,882,893,908,921,934,935,936 कुल किता 13 कुल रकबा 6.875 हेक्टेयर शिवपुरी टुकड़ा नं.2 वायपास रोड शिवपुरी में स्थित है उक्त भूमियों के प्रबंधक कलेक्टर शिवपुरी है यह भूमि मंदिर माफी की है और मंदिर का पुजारी होने के नाते वह इस भूमि का प्रबंधन व देखरेख कर रहे है। मंदिर के पुजारी लक्ष्मणदास ने कलेक्टर को लिखित शिकायत की है कि इन सर्वे की भूमियों पर इन दिनों जबरन अवैध रास्ता व कब्जो किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। 

अभी कुछ दिनों पहले ही यहां सर्वे क्रं.931 जो वायपास रोड से लगी है इसी भूमि के पीछे सर्वे.932 एवं 933 है जहां इस सर्वे को पूर्व टीआई भानुप्रतााप तोमर ने अपनी पत्नी के नाम तथा बैंक कर्मचारी देवेन्द्र कुमार जैन ने अपनी पत्नी रजनी जैन व श्रीमती कुसुम भदौरिया व श्रीमती प्रेमलता जैन के नाम से खरीद ली है। यहां इस सर्वे की भूमि से वायपास के लिए रास्ता ना होते हुए भी यहां जबरन अवैध रूप से मंदिर की भूमि से छेड़छाड़ कर रास्ता बनाया गया है जब इसका विरोध मंदिर के पुजारी लक्ष्मणदास त्यागी ने किया लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। पुजारी लक्ष्मणदास ने आरोप लगाया कि इस भूमि से दूर रहने के लिए उन्हें पुलिस बल का प्रयोग किया। 

जिसमें आरआई विजय भदौरिया ने अपने पुलिस बल के साथ इस भूमि पर पहुचें और पुजारी को धमकी दी। वहीं जब इनके विरूद्ध कार्यवाही के लिए पुलिस में शिकायत की तो पुलिस ने भी इन्हें प्रभावशील मानते हुए अब तक कोई कार्यवाही नहीं की। मंदिर के पुजारी लक्ष्मणदास ने पुलिस को चेतावनी भी दी कि मंदिर की सर्वे भूमि नं.934 पर इनका कब्जा है और मंदिर की सर्वे नं.931 में से अपनी भूमि तक पहुंचने के लिए यहां मुरम व पत्थर डालकर जबरन रास्ता बनाया गया है जो पूर्णत: अवैध है ऐसे में इनके विरूद्ध कार्यवाही किया जाना चाहिए साथ ही भविष्य में किसी भी प्रकार की कोई घटना घटित होती है तो इसके लिए भी उक्त भूमि-स्वामी ही दोषी होंगे।