105 वर्षीय समाजसेवी सेठ इन्दरमल सांखला नहीं रहे

शिवपुरी. वयोवृद्ध समाजसेवी ओर अपने स्वभाव से चारों ओर फूलों की तरह खुशियां बिखेरने वाले सेठ इन्दरमल सांखला नहीं रहे। वह पिछले 15 दिन से बीमार थे और उन्हें इलाज के लिए बिरला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन शायद उन्हें मृत्यु का पूर्वाभास हो गया था। इस कारण उन्होंने शिवपुरी जाने की जिद पकड़ ली। चार पांच दिन पहले ही उन्हें शिवपुरी लाया गया था। जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।


उनका अंतिम संस्कार आज शोकाकुल माहौल में मुक्तिधाम शिवपुरी में किया गया। उनके अंतिम संस्कार में बहुत भीड़ उमड़ी। उनके निधन पर वरिष्ठ भाजपा नेत्री और ग्वालियर सांसद यशोधरा राजे सिंधियां ने श्री सांखला के पुत्र तेजमल सांखला को मोबाईल से अपनी शोक संवेदना व्यक्त की। अपनी संवेदना में यशोधरा राजे ने कहा कि उनका जीवन आदर्श और सभी के लिए प्रेरणा स्त्रोत रहा। वृद्धावस्था भी उनके जोश और विनोदी स्वभाव को समाप्त नहीं कर पाई। तरूण सत्ता के प्रधान संपादक डॉ. रामकुमार शिवहरे ने भी अपनी शोक संवेदना में कहा कि स्व. सांखला का व्यक्तित्व बहुत विराट था और वह अपने परिवार के लिए ही नहीं पूरे समाज के लिए ही मिशाल थे कि जीवन किस तरह जीया जाए।

इन्दरमल सांखला शिवपुरी के प्रसिद्ध सेठ कानमल सांखला के सुपुत्र  थे। अपने पिता की तरह उनका भी हंसोड़ स्वभाव था और दुखी से दुखी इंसान भी जब उनसे मिलता था तो अपने गम को भूल जाता था। श्री सांखला का भरा पूरा परिवार था और वह छह संतानों के पिता थे। उनके एक पुत्र तेजमल सांखला भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष हैं। आज स्व. इन्दरमल सांखला की अंतिम यात्रा उनके निज निवास स्थान प्रगति बाजार से प्रारंभ हुई । गाजे बाजे और चांदी के विमान में उन्हें बिठाकर मुक्तिधाम ले जाया गया। 

जहंा उनके सबसे बड़े पुत्र इन्दरमल सांखला ने उन्हें मुखाग्रि दी। श्री सांखला के निधन पर विधायक माखनलाल राठौर, देवेन्द्र जैन, प्रहलाद भारती, रमेश खटीक, भाजपा जिलाध्यक्ष रणवीर सिंह रावत, कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामसिंह यादव, वरिष्ठ पत्रकार प्रेमनारायण नागर, डॉ. रामकुमार शिवहरे, प्रमोद भार्गव, अशोक कोचेटा, संजय बेचैन, अशोक अग्रवाल, संजीव बांझल, वीरेन्द्र बंसल, सत्यम पाठक, मुकेश आचार्य, परवेज खान, अभय कोचेटा, भगवत शर्मा, उमेश भारद्वाज, अनुराग जैन, अजय खेमरिया, रंजीत गुप्ता धनीराम रावत आदि ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की ईश्वर से प्रार्थना की है।