बस संचालक ने दिखाई दबंगई, घर में घुसकर की महिला से मारपीट

शिवपुरी। सिटी कोतवाली अंतर्गत आने वाले गुना वायपास पर बीती रात एक बस संचालक ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक महिला की उसके घर में घुसकर न सिर्फ मारपीट की बल्कि उसे सिटी कोतवाली में रिपोर्ट लिखाते वक्त जान से मारने की धमकी दी। इतने सब के बावजूद भी पुलिस ने जहां एक ओर आरोपी पक्ष की रिपोर्ट पर से अदम चैक काट दिया जबकि महिला की शिकायत पर पूरी तरह सुनवाई करते हुए महज आवेदन लेकर मामले से मुंह मोड़ लिया। इस मामले में महिला, पुलिस के आला अधिकारियों से अपनी जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाती घूम रही है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सिटी कोतवाली अंतर्गत आने वाले खंडेलवाल फैक्ट्री के पास गुना वायपास पर रहने वाले सोनू झा की पत्नी तकरीबन सांय 7:30 बजे घर पर जब अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ अकेली थी तब इनके घर के सामने रहने वाले बस संचालक ओमप्रकाश धाकड़ के यहां एक पानी का टैंकर आया। यह टैंकर झा के मकान के सामने उस स्थान पर खड़ा हो गया जहां झा परिवार के घर का लेट्रिंग का गटर था। इस बात पर सोनू की पत्नी नीतू ने ओमप्रकाश से कहा कि कृपया ट्रेक्टर को आगे-पीछे करा लो।

इस बात पर ओमप्रकाश आग-बबूला हो गया और महिला के साथ गाली-गलोंच करने लगा। ओमप्रकाश के गाली-गलोच करते ही ओमप्रकाश की पत्नी, पुत्रवधू ज्योति व पुत्र विक्की निकल आए और वह भी नीतू के साथ गाली-गलोंच पर आमदा हो गए। अचानक नीतू डर गई और वह अपने घर की ओर भागी। नीतू को भागता देख ये सभी लोग भी उसके पीछे नीतू के घर में घुस गए और इन सभी लोगों ने एवं इनके द्वारा बुलाए गए कुछ अन्य लड़कों ने नीतू के साथ मारपीट कर डाली।

नीतू की माने तो इस मारपीट के दौरान उसके कान के झुमके व सोने का मंगलसूत्र भी ये लोग ले गए। डरी-सहमी नीतू घर के अंदर बंद हो गई और उसने घटना की सूचना ग्वालियर में रहने वाले अपने भाई को दी। भाई ने मामले की जानकारी शिवपुरी में रहने वाले अपने मित्रों को दी और मित्रों द्वारा एसडीओपी शिवपुरी को दी गई सूचना पर एसडीओपी शिवपुरी ने मौके पर पुलिस बल भेजा। इस समूचे घटनाक्रम के दौरान नीतू का पति सोनू घर पर मौजूद नहीं था, बाद में जब सोनू घर पर पहुंचा और पुलिस मौके पर पहुंची तब सोनू अपनी पत्नी व बच्चों को लेकर सिटी कोतवाली आया।

सिटी कोतवाली में भी मौजूद पुलिसकर्मियों ने सोनू की पत्नी द्वारा बताई जा रही जानकारी को लिखने से इंकार करते हुए महज आवेदन लेकर खानापूर्ति कर दी। इस पूरे मामले में दुर्भाग्यपूर्ण पहलू यह है कि रिपोर्ट लिखाए जाते समय भी ओमप्रकाश व उसकी पत्नी सोनू व उसकी पत्नी को धमकाते रहे और कहते रहे कि यदि तुमने वहां से मकान नहीं छोड़ा तो तुम्हारी जान ले लेंगे। यह सब वाक्या पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने देखते रहे।

फरियादी पक्ष पर आनन-फानन में की कार्रवाई

इस पूरे घटनाक्रम के बाद दोनों पक्ष सिटी कोतवाली पहुंचे जहां सिटी कोतवाली मौजूद स्टाफ ने फरियादी पक्ष की पूरी तरह असुनवाई करते हुए आरोपी पक्ष की कहानी पर भरोसा जताते हुए उसके कहे अनुसार पूरे मामले की लिखा-पढ़ी की, जबकि फरियादी पक्ष की ओर से नीतू जब अपना वयान दर्ज कराने उनके समक्ष पहुंची तो उसके द्वारा बयान लिए जाने पर उसे बयान दर्ज करने वाले सहायक उपनिरीक्षक ने जमकर लताड़ा और डराने की कोशिश की। यह पूरा वाक्या कुछ मीडियाकर्मी भी देख रहे थे, जिनकी उक्त सहायक उपनिरीक्षक से तीखी नोंकझोंक हुई।

महिला ने लगाई जान-माल की सुरक्षा की गुहार

सोमवार शाम हुए घटनाक्रम के बाद डरी-सहमी नीतू झा आज अपने बच्चों के साथ पुलिस अधीक्षक के जनसुनवाई कार्यक्रम में पहुंची जहां उसने अपने साथ घटी घटना के बारे में पुलिस अधीक्षक को जानकारी दी। उसने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाते हुए कहा कि श्रीमान् धाकड़ परिवार से उसके परिवार को जान-माल का खतरा है, कृपया कुछ ऐसा बंदोबस्त करें कि उसकी जान-माल की सुरक्षा हो सके। पुलिस अधीक्षक ने उक्त मामले की जांच नगर निरीक्षक कोतवाली को दी है।

सिटी कोतवाली में ही सरेआम दी धमकी

सोमवार शाम के घटनाक्रम के बाद जब सोनू व उसकी पत्नी रिपोर्ट लिखाने सिटी कोतवाली पहुंचे तो ओमप्रकाश व उसकी पत्नी इतने बे-खौफ थे कि उन्होंने सिटी कोतवाली थाने के अंदर ही एक बार नहीं कई बार सोनू व उसकी पत्नी को धमकी दी। ओमप्रकाश बे-खौफ अंदाज में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में ही यह कहता देखा गया कि अब अगली बार मैं ऐसी कार्रवाई करूंगा कि तुम कोतवाली तक भी नहीं पहुंच सकोगे, तुम्हारा भला इसमें है कि वहां से मकान बेचकर कहीं अन्यत्र चले जाओ। इस बात की जानकारी की जानकारी भी सोनू व उसकी पत्नी ने वहां मौजूद पुलिस स्टाफ को दी, लेकिन पुलिस स्टाफ ने पूरी तरह इनकी बात को अनसुना कर दिया। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उन्हें कहीं से इस तरह के निर्देश हैं कि पूरी कार्रवाई एक पक्षीय करना है।

इनका कहना है

नीतू द्वारा दिए गए आवेदन मैंने जांच के लिए नगर निरीक्षक सिटी कोतवाली को भेजा है जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
आरपीसिंह, पुलिस अधीक्षक शिवपुरी