कौन बनेगा नया कलेक्टर, उठापटक शुरू

शिवपुरी-शिवपुरी का नया कलेक्टर कौन होगा इसको लेकर कयासों का दौर शुरू हो चुका है। वर्तमान में कलेक्टर जॉन किंग्सली द्वारा मप्र शासन से अपना आईएएस कैडर बदलने का आग्रह किए जाने के बाद शिवपुरी में आने वाले समय में कलेक्टर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की यहां से रवानगी होने तय माना जा रहा है।

शिवपुरी कलेक्टर जॉन किंग्सली द्वारा मप्र शासन से अपना कैडर बदलने के लिए पिछलें दिनों एक आवेदन दिया है अब उनके यहां से जाने की खबरे ओर प्रबल हो गई इससे पहले शिवपुरी में अपनी नियुक्ति के बाद से ज्यादा सक्रिय न होने पर उनका यहां मन न लगना एक प्रमुख कारण माना गया। अब आने वाले समय में बडा प्रशासनिक फेरबदल शिवपुरी में होने वाला जिसमें एक दर्जन से अधिक बड़े अफसर इधर से उधर होंगे।

सूत्र बतातें है कि सत्ताधारी दल भाजपा के नेता इस बार शिवपुरी में ऐसा कलेक्टर लाना चाहता है जो आने वाले समय में चुनाव के दृष्टिकोण से ठीक हो। सन् 2013 में विधानसभा चुनाव है इन्ही चुनाव के हिसाब से यहां कलेक्टर आए इसको लेकर कई बरिष्ठ भाजपा नेता और विधायक सक्रिय हुए है। सूत्र बताते है कि शिवपुरी के चार भाजपा विधायक देवेन्द्र जैन, माखनलाल राठौर, प्रहलाद भारती व रमेश खटीक अपने अपने स्तर से पसंदीदा अफसर के लिए लॉबिंग करते देखे जा रहें हैं। सूत्र बतातें है कि अभी कुछ दिनों पहले भोपाल में एक भाजपा प्रतिनिधि मण्डल ने बरिष्ठ भाजपा नेताओं के यहां इस संबंध में गुहार लगाकर अच्छे अधिकारी की तैनाती की मांग कर चुका है। आने वाले समय में भाजपा के चार विधायकों के अलावा संगठन के जिलाध्यक्ष रणवीर रावत व संगठन मंत्री श्याम महाजन की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।

कलेक्टर के नामों को लेकर दोनों दल लगे जुगत में

शिवपुरी कलेक्टर के नाम के लिए आईएएस अखिलेश श्रीवास्तव का नाम सबसे आगे चल रहा है। वर्तमान में भिण्ड के कलेक्टर अखिलेश श्रीवास्तव के बारे मेंं बताया जाता है कि वह शिवपुरी की कलेक्टरी को लेकर सक्रिय है और स्थानीय कुछ भाजपा नेताओं व विधायकों से सम्पर्क में है। अखिलेश श्रीवास्तव पूर्व में यहां अपर कलेक्टर रहे चुके हैं। आईएएस अखिलेश का नाम कलेक्टर की कुर्सी के लिए चलने के बाद भाजपा में उनके विरोधी खेमे के लोग एकाएक सक्रिय हो गए है। बताया जाता है कि श्रीवास्तव के पूर्व के कार्यकाल में उनकी यहां के कुछ कांग्रेस नेता से दोस्ती चर्चा में है। खासकर शिवपुरी के पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी के साथ उनके अच्छे सम्बंध रहे है। इसी बात की जानकारी यहां के भाजपा के एक धड़े को लग चुकी है और वह इस मामले में सक्रिय हो चुका है। अभी कुछ दिनों पहले स्थानीय कुछ भाजपाईयों ने अखिलेश श्रीवास्तव के खिलाफ एक शिकायती पुलिंदा भोपाल रवाना किया है जिसमें उनके सिंधिया समर्थकों से अच्छे संबंधो के बारे में तथ्यपरक खुलासा किया गया है।
 

आपसी मतभेदों का शिकार है भाजपाई

आने वाले समय मे होने वाले प्रशासनिक फेरबदल को लेकर भाजपा नेताओं में आपसी मतभेद खुलकर सामने आ गए है। सबसे ज्यादा मतभेद भाजपा विधायक व संगठन के नेताओं के बीच देखे जा रहें हैं। भाजपा विधायक देवेन्द्र जैन व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन अपने किसी खास अफसर को यहां लाना चाहता है वही दूसरी ओर इस बात की भनक लगते ही यशोधरा समर्थक विधायक माखनलाल राठौर व प्रहलाद भारती उनके खिलाफ सक्रिय हो गए है । इसके अलावा भाजपा विधायक देवेन्द्र जैन व उनके भाई जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र जैन की पटरी संगठन के मुखिया रणवीर रावत से भी नही बैठ रही है। अब देखना यह है कि इस फेरबदल में कौन नेता अपने मनमुताबिक परिवर्तन कराने में सफल रहता है।