RKDF स्टूडेंट की लाश: फीस नहीं तो कर दिया फेल, छात्र फांसी पर झूला, हंगामा, आगजनी

भोपाल. राजधानी के आरकेडीएफ कॉलेज के हॉस्टल में एक इंजीनियरिंग छात्र ने शनिवार दोपहर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। समय पर फीस नहीं चुकाने के कारण मृतक छात्र तीन विषयों में फेल कर दिया गया था। साथ ही हॉस्टल में तीन दिन से खाना भी नहीं दिया जा रहा था।
घटना से आंदोलित कॉलेज के छात्रों ने कॉलेज में जमकर तोड़फोड़ कर पथराव किया। इसके साथ ही कॉलेज परिसर में खड़ी बसों को भी फूंक दिया। पुलिस ने लाठीचार्ज कर छात्रों को खदेड़ा। पुलिस के लाठीचार्ज में आधा दर्जन घायल भी हो गए। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।  मिसरोद थाना प्रभारी डीएस बामने के अनुसार इलाहाबाद निवासी पंचमलाल पुत्र प्यारेलाल (19) कॉलेज में बीई प्रथम वर्ष का छात्र था। साथ ही वह कॉलेज के हॉस्टल के कमरा नंबर-101 में रहता था। 

शनिवार सुबह हॉस्टल में उसकी लाश को फंदे पर झूलते हुए देखा गया। कॉलेज प्रबंधन ने पहले तो मामले को दबाने का प्रयास किया, लेकिन जब साथी स्टूडेंट्स ने हंगामा शुरू किया तो अंतत: पुलिस को बुलाना ही पड़ा। पुलिस ने भी प्रबंधन के पक्ष में कार्रवाई करते हुए लाश को अपने कब्जे में लेने का प्रयास किया और स्टूडेंट्स पर हल्का बल प्रयोग किया तो स्टूडेंट्स भड़क गए और हंगामा कर दिया। इसी बीच कॉलेज मैनेजमेंट ने सभी स्टूडेंट्स को जेल भेजने की धमकी दे डाली। बस फिर क्या था गुस्साए छात्रों ने कॉलेज में तोड़फोड़ शुरू कर पथराव कर दिया। केम्पस में खड़ी बस में आग लगा दी। बजाए स्टूडेंट्स को समझाने के पुलिस ने अतिरिक्त फोर्स मंगवाकर लाठीचार्ज कर दिया। छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। पुलिस के लाठीचार्ज में करीब दो दर्जन छात्र घायल हो गए। एक स्टूडेंट के हाथ की नस कट गई। मरणासन्न अवस्था में पुलिस ने उसे अपने कब्जे में ले कॉलेज प्रबंधन को सौंप दिया।

छात्रएं बोलीं : कॉलेज प्रबंधन मुर्दाबाद

साथी छात्र की मौत से गुस्साईं छात्रओं ने पूरे आंदोलन में बराबरी से साथ निभाया। वो पूरे समय घटनास्थल पर मौजूद रहीं एवं कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी की। पुलिस ने इस मामले में अब तक कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया है।
 

तीन विषयों में कर दिया फेल

सीएसपी घनश्याम मालवीय ने बताया कि मृतक छात्र का कुछ दिन पहले ही बीई प्रथम वर्ष का रिजल्ट आया था। अपने परीक्षा परिणाम में वह तीन विषयों में फेल हो गया था। उसके बाद से ही गुमसुम-सा रहने लगा था। छात्र ने दोस्त पीयूष ने बताया कि वह पढ़ने में बहुत अच्छा था। उसे उम्मीद नहीं था कि वह फेल हो जाएगा। आरोप है कि समय पर फीस नहीं भरने के कारण उसे फेल किया गया।
 

तीन दिन से नहीं दे रहे थे खाना

मृतक के साथी छात्र आशीष ने बताया कि कॉलेज प्रबंधन ने तीन दिन से हॉस्टल की मैस में खाना देना बंद कर दिया था। कॉलेज प्रबंधन का कहना था कि छात्रों को कुछ पेमेंट बकाया है। इसलिए हॉस्टल की मेस को बंद रखा गया है। हालांकि छुट्टियां होने के कारण पहले से ही बंद था, लेकिन हॉस्टल में छात्र रह रहे थे।
 

सुनील कपूर के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग

स्टूडेंट्स ने इस मामले में आरकेडीएफ के चेयरमैन डॉ. आरके कपूर के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का प्रकरण दर्ज करने की मांग की है। आरोप है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। पंचम को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया।