लोकायुक्त का छापा: नायब तहसीलदार के लिए रिश्वत लेता पकड़ा गया रीडर

शिवपुरी। जिले के भौंती क्षेत्र में बीते लंबे समय से रिश्वत के रूप में अपनी जेबें भरने वाला नायब तहसील का रीडर गत दिवस लोकायुक्त पुलिस के हत्थे लग गया। जहां प्री-प्लान के तहत रीडर को एक व्यक्ति द्वारा 10 हजार रूपये रिश्वत के रूप में दिए गए, जिसे जेब में रखते समय ही लोकायुक्त पुलिस ने इस रीडर पर हमला बोल दिया और रंगे हाथों धर दबोचा। लोकायुक्त की इस कार्रवाई से स्थानीय आमजनों ने राहत की सांस ली है। लोकायुक्त की 16 सदस्यीय टीम ने इस रीडर को पकडऩे का प्लान बनाया और इसे धर दबोचा।
जानकारी के अनुसार ज्ञात हुआ कि भौंती में निवासरत राजीव खंगार ने बीती 21 मई को लोकायुक्त पुलिस से शिकायत जड़ी कि नायब तहसीलदार के कार्यालय में पदस्थ रीडर विक्रमसिंह केवट द्वारा जमीन के नामांतरण के एवज में उससे 15 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है। इस मामले की जांच के लिए लोकायुक्त पुलिस ने विक्रम सिंह केवट से की गई वार्ता को टेप भी किया और इसके पश्चात जब 24 मई को दोपहर 1 बजे विक्रम केवट को राजीव खंगार 10 हजार रुपए की रिश्वत देने पहुंचा तो उसे लोकायुक्त पुलिस ने धर-दबोचा और आरोपी के पेंट की जेब से लोकायुक्त पुलिस ने रुपए जब्त किए साथ ही पेंट को भी उन्होंने बरामद कर लिया। आरोपी रीडर के विरुद्घ लोकायुक्त पुलिस ने धारा 7, 13, (1-1 डी), 13, 2 पीसी एक्ट 1988 के तहत गिरफ्तार किया और उसे एसडीएम कार्यालय में प्रस्तुत किया। लोकायुक्त पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई में डीएसपी एम.के. उपाध्याय, निरीक्षक रामराजासिंह तोमर, राकेशसिंह भदौरिया, आर.बी. शर्मा और अतुलसिंह सहित 16 सदस्य शामिल थे।

ग्रामीण हुए खुश

रीडर पर कार्रवाई से ग्रामीण खुश लोकायुक्त पुलिस द्वारा रीडर के खिलाफ की गई इस कार्रवाई से ग्रामीण खुश हैं। बताया जाता है कि नायब तहसीलदार कार्यालय में पदस्थ इस रीडर द्वारा नामांतरण और अन्य काम के एवज में ग्रामीणों से पैसे की मांग की जाती थी और जो ग्रामीण पैसे दे देते थे उन्हीं के काम रीडर द्वारा किए जाते थे। रीडर की इस कार्रवाई से ग्रामीण परेशान थे और वह अक्सर रीडर को बद्दुआ देते देखे जाते थे। गुरुवार को रीडर के विरुद्घ हुई इस कार्रवाई से ग्रामीणों का मजमा नायब तहसीलदार के कार्यालय में लग गया और वह लोकायुक्त पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से खासे खुश दिखे।