पानी पी रहे बैल पर मगरमच्छ का हमला, पर्यटकों ने बचाया

शिवपुरी- शहर के संख्या सागर झील में बढ़ रहे मगरमच्छ समस्या बनते जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज सुबह झील में पानी पी रहे एक बैल को मगरमच्छ ने पैर पकड़कर उसे बुरी तरह लहूलुहान कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मगरमच्छ ने बैल को अपने मुंह में खींचने के लिए पूरी ताकत का इस्तेमाल किया, लेकिन झील में पानी कम होने और वहां घूम रहे लोगों के प्रतिरोध के कारण मगरमच्छ बैल को खींचकर नहीं ले जा पाया। गंभीर रुप से घायल बैल घटना स्थल के नजदीक घंटों तक पड़ा रहा, लेकिन नेशनल पार्क के डॉ. जितेन्द्र जाटव को सूचित करने के बावजूद भी बैल का उपचार नहीं हो सका।
प्राप्त जानकारी के अनुसार संख्या सागर झील में भले ही बढ़ती गर्मी के कारण पानी कम हो रहा है, लेकिन उसमें विचरण कर रहे मगरमच्छों का तांडव नृत्य जारी है। आज सुबह साढ़े नौ बजे के लगभग जब एक बैल झील में पानी पी रहा था अचानक एक मगरमच्छ ने उसे दबोच लिया। मगर ने बैल का पैर अपने मुंह में भरकर उसे पानी में ले जाने की कोशिश की, लेकिन पानी कम होने के कारण उसकी ताकत अपर्याप्त रही। बैल ने भी प्रतिरोध जारी रखा। 

बैल और मगरमच्छ के बीच हो रहे इस संघर्ष को वहां घूम रहे कई लोगों ने देखा और बताया जाता है कि संख्या सागर झील में मछली पकडऩे वाले उस बैल के बचाव में सामने आए और उन्होंने पूरी ताकत लगाकर बैल के पैर को मगर के मुंह से खींच लिया। लेकिन मगर ने दांतों के इस्तेमाल से बैल के पैर को बुरी तरह घायल कर दिया। यह देखकर वहां मौजूद लोगों ने राष्ट्रीय उद्यान के डॉ. जितेन्द्र जाटव को पूरी घटना बताई और उनसे घायल बैल का इलाज करने का अनुरोध किया, लेकिन शाम साढ़े पांच बजे तक घटना स्थल पर बैल तड़पता रहा और डॉक्टर उसके उपचार के लिए नहीं आए। राष्ट्रीय उद्यान प्रशासन की इस असंवेदनशीलता पर संवेदनशील नागरिकों ने रोष जाहिर किया है।