मुख्यमंत्री भाजपाईयों को गेंहूँ खरीदी में दिला रहे है लाभ : केपी सिंह

शिवपुरी- मध्य प्रदेश शासन के मुखिया शिवराजसिंह किसानों को अपनी उपज का सही मूल्य दिलाने के लिए अन्य प्रदेशों की तुलना में 100 रूपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त वोनस के रूप में किसानों को देने की घोषणा की और सारी व्यवस्था को सुचारू रूप संचालित करने के निर्देश दिये लेकिन शिवपुरी जिले की तहसील पिछोर में अनुभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की मिली भगत से खरीद केन्द्र पर लगे कर्मचारी ग्रामीण क्षेत्रों से आये किसान अपनी उपज डालने में परेशानी का सबव बनते नजर आ रहे हैं। यहां मुख्यमंत्री अपने भाजपा कार्यकर्ताओं को आर्थिक रूप से लाभ देने की मंशा बनाए हुए है जहां कम्प्यूटर ऑपरेटर से लेकर मण्डी प्रबंधन तक किसानों का शोषण करने से बाज नहीं आ रहे है। यह आरोप लगाए पूर्व मंत्री एवं पिछोर विधायक के.पी. सिंह कक्काजू ने जो स्थानीय शिवपुरी स्थित अपने आवास पर पे्रसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।

पूर्व मंत्री एवं पिछोर विधायक के.पी. सिंह ने बताया कि पिछोर मण्डी में चार गेंहू उपार्जन केन्द्र हैं जिनकी निगरानी के लिए अधिकारियों कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी, कि किसानों को शासन की योजना का भरपूर लाभ मिल सके, किन्तु शासन के नुमाईंदे ही शासन की योजना को ठेंगा दिखाते नजर आ रहे है जिसमें पिछोर स्थित गेंहू उपार्जन केन्द्रो पर नियुक्त ऑपरेटरों द्वारा नियमविरूद्ध किसानों को एसएमएस भेजने की ऐवज में बसूल की जा रही सुविधा शुल्क की चर्चाऐं जोरो पर थी, जिसमें सेवा सहकारी संस्था पिछेार, सेवा सहकारी संस्था कमालपुर एवं विपणन सहकारी संस्था पिछोर पर नियुक्त ऑपरेटरों द्वारा किसानेां के एसएमएस के भेजने के क्रम में छेड़ छाड़ कर सुविधा शुल्क लेकर बाद वाले किसानों को पहले एसएमएस भेज दिये गये है एवं पहले बाले किसान आज भी गेंहू डालने के लिए उपार्जन केन्द्रों के चक्कर लगाते हुऐ दिखाई दे रहे है। 
 
इस तरह सिस्टम से की गई छेड़छाड़ जांच द्वारा स्पष्ट की जा सकती है। इस गड़बड़ झाले की शिकायत लिखित एवं मौखिक रूप से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा चुके है इसके बाबजूद भी गेहूं उपार्जन केन्द्रों पर किसान परेशान नजर आ रहे हैं। किसानों में विनिया यादव का गेंहू 26 मार्च को डलना था, रामदास पुत्र हल्लू का 1 अप्रैल को डलना था, परमा लोधी को 3 मई को आदि किसानों का गेंहू समय पर नहीं डल पा रहा है वहीं दूसरी हो तुलाई के ऐवज में पैसे मागने के कई मामले सामने आये राजेश लोधी नांद 540 रूपये, शोभाराम लोधी ने 600 रूपये, विमला शर्मा चन्दूपहाड़ी ने 1100 रूपये , दख्खोवाई ने 400 रूपये, रतिराम लोधी दवियाकलां ने 1300 रूपये सुविधा शुल्क के रूप में दिये जिसकी लिखित शिकायत अनुविभागीय अधिकारी उमेश शुक्ला से  की गई जिस पर पैसे बापस दिलाने का आश्वासन मिला किन्तु स्थिति जस की तस बनी हुई है। 
 
वहीं नियमानुसार तुलाई के सात दिवस वाद ही किसानों के खाते में पैसे डालना चाहिए किन्तु  अनियमित्ताओं के चलते एक माह वाद भी किसानेां के खातेां में पैसे नहीं डाले गये। इस दौरान श्री सिंह ने वे सभी दस्तावेज भी मीडिया के समक्ष दिखाए जिनमें किसानों को खासी परेशानी हुई और कईओं ने पैसे देकर अपना काम कराया।