बंद नहीं हो रही है शिवपुरी सीएमएचओ की, यमराज एण्ड ब्रदर्स

डॉ.आर.एस.दण्डौतिया
सीएमएचओ
त्वरित टिप्पणी
ललित मुदगल
शिवपुरी। हिन्दू धर्म के अनुसार ब्रह्मजी का कार्य सृष्टि की रचना करने, भगवान विष्णु का कार्य सृष्टि का पालन करना और देवों के देव महादेव भगवान शंकर को सृष्टि का संहार करने का काम है। इन बड़े-बड़े विभागों के अलावा वायु देने के लिए पवन देव, अग्नि के लिए अग्निदेव, वर्षा के लिए इन्द्रदेव, प्रकाश के लिए सूर्यदेव, शीतलता के लिए चन्द्रदेव और मनुष्य के कर्मों का लेखा-जोखा रखने के लिए चित्रगुप्त जी और पृथ्वी लोक से ऊपर के लोक को ले जाने के लिए यमराज को कार्यभार सौंपा गया है। परन्तु अब कलियुग चल रहा है। आकाशवाणी का कार्य अब आकाशवाणी केन्द्र कर रहे है और यमराज का कार्य शिवपुरी सीएमएचओ डॉ.आर.एस.दण्डौतिया

यमदूतों की सेना का कार्य जिले में फैले झोलाछाप डॉक्टरों से ले रहे है। यह लिखना बिल्कुल अतिश्योक्ति नहीं होगा कि विगत कई दिनों से राष्ट्रीय भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति शिवपुरी झोलाछाप डॉक्टर के विरूद्ध कार्यवाही कराने का अभियान चला रखा है। इस समिति ने दिनांक 14 मार्च 2012 को एक ज्ञापन कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा गया था जिसमें जिले भर में 401 झोलाछाप चिकित्सकों के विरूद्ध कार्यवाही करने एवं इन्हें खुला संरक्षण देने के लिए जिम्मेदार अधिकारी के रूप में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आर.एस.दण्डौतिया के विरूद्ध धारा 304 ए के तहत मामला पंजीबद्ध करने को लेकर सौंपा था। 

इस समिति ने 15 दिन का अल्टीमेटम कार्यवाही करने का दिया लेकिन जब 15 दिन बाद भी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की तो भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति ने पुन: विरोध स्वरूप एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। इस सब पर सीएमएचओ ने आनन-फानन में राष्ट्रीय भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति के जिलाध्यक्ष अशोक सम्राट को मीडिया के समक्ष आश्वस्त किया था कि वह 10 अप्रैल तक जिले भर के सभी झोलाछापों पर आकस्मिक कार्यवाही कर उनके विरूद्ध खुलकर सामने आऐंगे।

ज्ञात हो कि पूर्व मेंं मार्च माह के द्वितीय सप्ताह में पोहरी तहसील के अंतर्गत आने वाले बैराढ़ क्षेत्र में एक झोलाछाप चिकित्सक डॉ.श्रीनिवास धाकड़ के लापरवाहीपूर्ण इलाज से देव तोमर नामक बालक की मौत हो गई थी। इस पर जिला प्रशासन ने त्वरित कार्यवाही करते हुए झोलाछाप डॉक्टर मानते हुए एक बालक की मौत पर धारा 304 ए के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर उसे जेल भेज दिया। इसी कारण राष्ट्रीय भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का मान रखने के लिए ओर कुकरमुत्तों की तरह उग आई झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ यह अभियान शुरू किया था।
 
बीती 14 मार्च से राष्ट्रीय भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति शिवपुरी झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्याही कराने के लिए लामबंद्ध हो गई। परन्तु सीएमएचओ शिवपुरी केवल अखबारों को बयान देने में ही झोलाछाप डॉक्टरों के विरूद्ध कार्यवाही की हुंकार भरते है और परिणाम हर तरह से शून्य ही नजर आता है। यह सब चल ही  रहा था कि गत दिवस 6 अप्रैल को सील बांसखेड़ी निवासी लक्ष्मण पुत्र अमर सिंह ठाकुर उम्र 35 वर्ष भी एक झोलाछाप डॉक्टर के हाथों का शिकार हो गया। जहां लक्ष्मण की मौत के बाद जब उसका भाई खुलकर झोलाछाप डॉक्टर के विरूद्ध हुंकार भर ही रहा था कि तभी उसे व उसके परिजनों को कुछ परिजन व अन्य रिश्तेदारों ने समझाईश देकर इस झोलाछाप डॉक्टर के विरूद्ध कार्यवाही करने से मना करवा दिया। 

ऐसा नहीं है कि इस सब की जानकारी सीएमएचओ को नहीं थी बाबजूद इसके सीएमएचओ भी शांत रहे और जब मीडिया से सवाल जबाब हुए तब उन्होंने बीएमओ को कार्यवाही करने का आदेश दिया। जिसमें एफआईआर कराने की बात कही परन्तु अब तलक न तो उस झोलाछाप चिकित्सक के विरूद्ध कार्यवाही हुई और ना ही वह एफआईआर में शामिल हुआ। अपने राम का तो यही कहना है कि ऐसा लग रहा है शिवपुरी सीएमएचओ के दरवाजे पर सुप्रीम कोर्ट का आदेश न्याय की गुहार लगा रहा है। इस आदेश की सुनवाई भी तमाम जनसुनवाईयां की तरह हो रही है। 

सीएमएचओ लगातार अखबारी बयान दे रहे है कि झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी लेकिन धरातल पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। अपने राम का तो यह भी कहना है कि सीएमएचओ शिवपुरी ने आजकल सरकारी नौकरी के साथ-साथ एक प्रायवेट कंपनी भी खोल रखी है जिसका नाम है यमराज एण्ड प्रायवेट लिमिटेड... और इसके डायरेक्टर है डॉ. आर.एस.दण्डौतिया। और इनके यमदूत बन चुके है जिले के सभी झोलाछाप डॉक्टर और इस सीएमएचओ रूपी यमराज ने अपने यमदूतों से कह रखा हो कि कहीं भी मारो, कुछ भी करो, मैं केवल अखबारी बयान ही दूंगा, मैं धरातल पर कुछ नहीं करूंगा...।