अब शिवपुरी में नाचेंगे "चक्रव्यूह" के बैगा आदिवासी

पचमढ़ी में बन रही फिल्म चक्रव्यूह के लिए बुलाए गए बैगा आदिवासियों को वहां से तो बैरंग लौआ दिया गया, लेकिन बतौर हर्जाना उन्हें शिवपुरी में 18 अप्रैल को होने वाले शहीद तात्याटोपे बलिदान दिवस के कार्यक्रम में प्रस्तुत देने का निमंत्रण शिवराज सिंह ने स्वयं दिया है।
मामला प्रकाश झा की फिल्म चक्रव्यूह का है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का प्रकाश झा प्रेम तो जगजाहिर है। क्या टेक्स और क्या सुविधाएं, शिवराज सिंह उन पर सब लुटा रहे हैं और शायद इसीलिए प्रकाश झा भी फिल्मकार के बजाए ठेकेदारों की तरह पेश आने लगे हैं। 

पिछले दिनों उन्होंने अपनी फिल्म चक्रव्यूह के लिए बैगा आदिवासियों को बुलाया, लेकिन बाद में उन्हें सस्ते कलाकार मिल गए तो उन्होंने बैगा आदिवासियों को काम देने से मना कर दिया। यहां तक कि उन्हें रात गुजारने का ठिकाना भी नहीं दिया गया। कांग्रेस ने जब मामला उठाया तो शिवराज सिंह ने स्वयं हस्तक्षेप किया और बैगा आदिवासियों को भोपाल बुलाकर समझाबुझाकर शांत करने का प्रयास किया। जब वे नहीं माने और अपनी कला का प्रदर्शन करने पर अड़े रहे तो अंतत: शिवपुरी में होने वाले शहीद तात्याटोपे बलिदान दिवस के आयोजन में प्रस्तुति का प्रस्ताव दिया गया। 

इस समझौते के लिए मध्यप्रदेश सरकार इन आदिवासी कलाकारों को 30 हजार रुपए का भुगतान करेगी। सनद रहे कि शिवपुरी के कलाकारों को इतना महत्व कभी नहीं मिला। खैर जो भी हो, आनंद लीजिए इस सरकारी समझौते के बाद प्रस्तुत होने वाले बैगा आदिवासियों के कार्यक्रम का।