इब्राहिम की बेदखली पर बवाल, सिंधिया समर्थक मुसलमानों की प्रेसवार्ता

शिवपुरी. समाज की प्रतिष्ठा को यदि कोई नुकसान पहुंचाकर उसे राजनीतिक रूप देने का प्रयास करेगा तो ऐसे व्यक्तियों के साथ समाज कभी साथ नहीं रहेगा। क्योंकि मुस्लिम समाज के अंदर के ही कुछ लोग राजनीति को माध्यम बनाकर इसे राजीनीतिक रूप देने का प्रयास कर रहे है। चूंकि मुस्लिम समुदाय की निष्ठा पूर्ण रूप से केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के साथ है और रहेगी बस इसे राजनीतिक रूप ना दिया जाए। यह बात कही मुस्लिम समाज के आफताफ खां बॉबी भाई व शहरकाजी कुतुबुद्दीन अहमद सिद्दीकी, अफसर खां टैंट वाले, सिद्दीक बाबूजी, साबिर बाबूजी, आजाद खां पप्पू, जहांगीर भाई,नसीर पेंटर, नफीस पेंटर, सन्नू मिस्त्री, नग्गा भाई, युसूफ व अन्य मुस्लिम समाज के लेागों ने जो स्थानीय मानश्री रेस्टोरेंट पर आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।
प्रेसवार्ता में समाज के शहरकाजी कुतुबुद्दीन अहमद सिद्दीकी ने कहा कि समाज के लोगों की भावनाओं को कोई ठेस ना पहुंचे ऐसे कार्य नहीं किया जाने चाहिए। राजनीतिक रूप से द्ववेषपूर्ण भावना रखते हुए समाज को ऐसे कार्यों में लेना ठीक नहीं समाज हमेशा देश की तरक्की की सोच रखता है इस प्रकार के उत्पातों से समाज का कोई लेना देना नहीं। समाज को राजनीतिक रूप दिये जाने से समाज के व्यक्तियों में रोष है जो ठीक नहंी है। इस अवसर पर आफताफ खां बॉबी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में अनुशासन को पहला माना जाता है और जो भी अनुशासन को तोड़ता है उसके विरूद्ध कार्यवाही का भी प्रावधान है और यही हुआ कांग्रेस नेता इब्राहिम खान के साथ जिन्होंने पार्टी का अनुशासन तोड़ा और कांग्रेस जिलाध्यक्ष के घर पर हुए हंगामे के तहत उन पर कार्रवाई की गई। इस तरह की गलतियों में समाज भी साथ नहीं देगा क्योंकि इससे समाज की प्रतिष्ठा पर प्रभाव पड़ता है।

प्रेसवार्ता में वार्ड नं.23 की पार्षद सुल्ताना बेगम के पति भद्दन भाई ने भी तीखे शब्दों में अपनी बात रखते हुए कहा कि पार्टी ने जिस प्रकार से कांग्रेस नेता इब्राहिन खान पर कार्रवाई की है वह सही है क्योंकि इस व्यक्ति ने व्यक्तिगत रूप से उत्पात मचाया और यह आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है लोगों को इकट्ठा करता है गुमराह करता है पार्टी ने जो किया वह सही है हम समाज के साथ है समाज के साथ व्यक्तिगत राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रेसवार्ता में मुस्लिम समाज के आधा सैकड़ा से अधिक लोग मौजूद रहे जिन्होंने एक स्वर में कहा कि समाज की छवि को धूमिल करने का प्रयास न किया जाए।